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कांग्रेस नेता के आरोप पर अमित शाह की सफाई- मैं रवींद्रनाथ टैगौर की कुर्सी पर...

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन के आरोपों पर सफाई दी है.

Updated on: 09 Feb 2021, 05:00 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन के आरोपों पर सफाई दी है. अमित शाह ने कहा कि अधीर रंजन ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब मैं विश्वभारती और शांति निकेतन में गया तो, गुरुदेव टैगोर की कुर्सी पर बैठा. मेरे पास विश्वभारती के उपकुलपति का पत्र है जिसमें मैंने स्पष्टता मांगी है कि सभी चीज की जांच करके बताइए कि कहां पर मैं बैठा हूं. उन्होंने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, जहां पर मेरे बैठने का जिक्र है, वो एक खिड़की है, जहां सभी के बैठने की व्यवस्था है. उसी स्थान पर पूर्व राष्ट्रपति भी बैठी थीं, प्रणब दा भी बैठे थे,  राजीव गांधी भी बैठे थे, मैं भी वहीं बैठा हूं.

अमित शाह ने आगे कहा कि मैं तो उस कुर्सी पर नहीं बैठा, लेकिन मेरे पास दो फोटो हैं, जिसमें एक पर जवाहर लाल नेहरू उस कुर्सी पर बैठे दिख रहे हैं. दूसरी फोटो में राजीव गांधी टैगोर साहब के सोफे पर बैठकर चाय पीते दिख रहे हैं. उन्होंने जेपी नड्डा जी के नाम का भी उल्लेख किया है. मैंने नड्डा जी के भाषण को पूरा सुना है. मैं चैलेंज करता हूं कि नड्डा ऐसा बोले हैं तो उसे रिकॉर्ड पर रखें. जो उन्होंने कल कहा है, ऐसा नड्डा जी कहीं नहीं बोले हैं.

अमित शाह ने लोकसभा में उत्तराखंड आपदा को लेकर कहा कि उत्तराखंड सरकार ने ये बताया है कि बाढ़ से निचले क्षेत्र में अब कोई खतरा नहीं है और साथ ही साथ जलस्तर में भी कमी आ रही है. केंद्र और राज्य की सभी संबंधित एजेंसियां स्थिति पर लगातार कड़ी निगाह रखे हुए हैं. उत्तराखंड सरकार से मिली जानकारी के अनुसार, चमोली हादसे में अभी भी 197 व्यक्ति लापता है. इस आंकड़े में परिवर्तन संभव है. 25 से 35 लोगों के फंसे होने की संभावना है. 

उन्होंने आगे कहा कि नेवी के गोताखोर वहां पर मौजूद हैं. साथ ही वायुसेना के पांच हेलीकॉप्टर राहत बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें भी राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. टूटे हुए पुलों के मरम्मत का काम भी किया जाएगा. इसके लिए केंद्र सरकार मदद मुहैया करा रही है. उत्तराखंड के चमोली में हुए त्रासदी में मारे गए लोगों के लिए लोकसभा में मौन रखा गया.

लोकसभा में अमित शाह ने बंगाल को लेकर कहा कि जब हम सदन में बात करते हैं तो तथ्यों को जांच करके ही बोलना चाहिए. सोशल मीडिया के आधार कोई बयान नहीं देना चाहिए. रूल 357 के तहत मैं Clarification दे रहा था मैं वक्तव्य नहीं दे रहा था.