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अमित शाह ने भ्रष्टाचार, वंशवाद की राजनीति पर द्रमुक को घेरा

द्रमुक और उसकी सहयोगी कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए शाह ने कहा कि दोनों दलों को भ्रष्टाचार के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है.

Updated on: 22 Nov 2020, 06:56 AM

चेन्नै:

गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु में एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति को लेकर निशाना साधा और दावा किया कि उसे राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ेगा, जहां लोकतांत्रिक ताकतें प्रबल होंगी. द्रमुक और उसकी सहयोगी कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए शाह ने कहा कि दोनों दलों को भ्रष्टाचार के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है. शाह ने तमिलनाडु के चेन्नै शहर की पेयजल आपूर्ति को पूरा करने के लिए पांचवें जलाशय को शहर को समर्पित किया और राज्यभर में विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखी.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में वंशवाद की राजनीति, भ्रष्टाचार और जातिवाद को खत्म करने की लड़ाई छेड़ दी है. उन्होंने कहा, 'उनके नेतृत्व में जब हमने राज्य के चुनाव लड़े, तो वंशवादी दलों को हार का सामना करना पड़ा.' उन्होंने द्रमुक का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा, 'अब तमिलनाडु में एक वंशवादी पार्टी के चुनाव हारने की बारी है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों पर काम नहीं करती है, केवल वंशवाद की राजनीति को आगे ले जाती है.' तमिलनाडु में अप्रैल-मई 2021 में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है और अन्नाद्रमुक ने चुनाव के लिए भाजपा के साथ अपना गठबंधन जारी रखने की घोषणा की है.

भ्रष्टाचार पर शाह ने द्रमुक और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें इस संबंध में बात करने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत आश्चर्य होता है जब द्रमुक और कांग्रेस के मित्र भ्रष्टाचार की बात करते हैं.' उन्होंने कहा, 'जिनके नेतृत्व में 2जी घोटाला हुआ, जहां लाखों-करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार हुए.... उन्हें भ्रष्टाचार के बारे में बोलने का क्या अधिकार है. भ्रष्टाचार के आरोप लगाने से पहले, देखें कि आपके परिवार में क्या हुआ था.' द्रमुक नेताओं कनिमोझी और ए राजा 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला मामले में आरोपी थे लेकिन सीबीआई अदालत ने उन्हें बरी कर दिया था. जांच एजेंसी ने अब निचली अदालत के फैसले के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में अपील की है. शाह ने यह भी पूछा कि संप्रग सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में दस साल तक सत्ता में रहने के बावजूद तमिलनाडु के लिए द्रमुक ने क्या किया.