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कश्मीर से कन्याकुमारी और कामाख्या से कच्छ तक मोदी जी के समर्थन में मतदान: अमित शाह

1960 के दशक के बाद इस देश के लोकतंत्र को परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण इन तीन नासूरों ने डसा हुआ था.

Updated on: 25 May 2019, 08:46 PM

highlights

  • NDA की पार्लियामेंट्री मीटिंग में बोले शाह
  • पूरे देश में मोदी जी की सुनामी
  • NDA की ये जीत ऐतिहासिक जनादेश है

नई दिल्ली:

सेंट्रल हॉल में एनडीए की पार्लियामेंट्री मीटिंग में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के दोबारा इतनी बड़ी जीत पर सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और कामाख्या से लेकर कच्छ तक जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के समर्थन में मतदान किया है. उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 के मतदान के समय पूरे देश में मोदी जी की सुनामी दिखाई देती थी, उनकी इस सुनामी ने विपक्षी पार्टियों को ध्वस्त कर दिया है.

शाह ने आगे कहा कि, ये प्रचंड जनादेश जो हमें मिला है वो ऐतिहासिक जनादेश है. बीजेपी के 303 सांसद चुनकर आना और एनडीए के 353 सांसद चुनकर आना जनता का अपार समर्थन है. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार अभियान के समय कई सवाल उठाए जाते थे, लेकिन हमारे सभी साथियों को विश्वास था कि हम 50 प्रतिशत की लड़ाई लड़ेंगे और एनडीए को मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत प्राप्त होगा. जनता के मन में भी एक टीस थी कि आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई नहीं होती. मोदी जी के आने के बाद जनता को विश्वास हुआ कि अब एक नेता ऐसा आया है जो आतंकवादियों के घर में घुसकर कार्रवाई कर सकता है.

जिस प्रकार से मोदी जी ने पांच साल शासन चलाया उसको देश की जनता ने स्वीकारा है. वो बताता है कि देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी एक्सपेरिमेंट को मन से फिर एक बार स्वीकारा है. 1960 के दशक के बाद इस देश के लोकतंत्र को परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण इन तीन नासूरों ने डसा हुआ था. हर जनादेश कहीं न कहीं परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति से ग्रसित था. 2019 के जनादेश ने परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को राजनीति से बाहर निकाल दिया है.