आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां जमकर जनसभा रैलियां कर रही हैं. इसी कड़ी में बुधवार को मिशन यूपी पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लखनऊ में बूथ सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष ने विपक्षी दलों के गठबंधन पर जमकर निशाना साधा. अमित शाह ने हमलावर तेवर अख्तियार करते हुए कहा, 'जब विधानसभा के चुनाव थे तब भी यूपी के दो लड़के इक्कट्ठा आये थे. आज भी गठबंधन हुआ है, ये कहते है ये हो जाएगा वो हो जाएगा, उस वक़्त भी कहते थे. लेकिन जिस वक़्त बीजेपी का कार्यकर्ता बूथ के मैदान में उतरा, सब गठबंधन को धवस्त करके 325 सीट लाया.' अमित शाह ने शरणार्थी संकट पर विपक्ष पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा, 'चुनाव में जाने से पहले गठबंधन के सभी नेता एनआरसी के मुद्दे पर अपना रुख जनता के सामने स्पष्ट करें कि आप घुसपैठिये को रहने देना चाहते हो या नहीं.'
इसी दौरान अमित शाह ने अपने सम्बोधन के दौरान गठबंधन पर तंज कसा. उन्होंने कहा, 'अगर गठबंधन सत्ता में आती है तो बहनजी (मायावती) सोमवार को पीएम होंगी, अखिलेश जी मंगलवार को, ममता दीदी बुधवार को, शरद पवार गुरूवार को , देवे गौड़ा शुक्रवार को और रविवार को पूरे देश की छुट्टी होगी.'
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने वाले है. उन्होंने कहा कि 2014 में भी दिल्ली का रास्ता लखनऊ से गुजरा था, 2019 में भी दिल्ली का रास्ता लखनऊ से गुजरने वाला है, मोदी जी फिर से पीएम बनेंगे.
अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होने कहा कि जब यूपीए की सरकार थी तो कांग्रेस में टू-जी थे सोनिया गांधी और राहुल गांधी. तब देश में 12 लाख करोड़ के घोटाले हुए। अब प्रियंका के रूप में थ्री-जी भी आ गया, तो खुद सोचो क्या होगा.
राम मंदिर पर अमित शाह ने कांग्रेस को लताड़ लगाई. उन्होने कहा, 'कांग्रेस को श्री राम जन्मभूमि पर कुछ भी बोलने का कोई अधिकार नहीं हैं. जब भी कोर्ट में श्री राम जन्मभूमि का केस आता है तो राहुल गांधी के वकील केस को चलने नहीं देते हैं, उसमें रोक लगाते हैं.'