उत्तराखंड में भाजपा सरकार के गठन को लेकर रविवार को यहां केंद्रीय गृह अमित शाह के आवास पर चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री और बाकी कैबिनेट के नाम को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और उत्तराखंड के नेता शाह के आवास पर एकत्र हुए।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष ने चर्चा में भाग लिया। बैठक में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी हिस्सा लिया। उत्तराखंड के मंत्री और पद के दावेदारों में से एक सतपाल महाराज भी चर्चा में रहे।
पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, मुख्यमंत्री और मंत्री के नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा और बैठक में मौजूद राज्य के नेताओं को अवगत कराया जाएगा। केंद्रीय पर्यवेक्षक विधायक दल को पार्टी नेतृत्व की इच्छा से अवगत कराएंगे और मुख्यमंत्री का चुनाव किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 10 दिन बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बना सस्पेंस जल्द ही खत्म होने की संभावना है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि खटीमा से मौजूदा धामी की हार उत्तराखंड में नए मुख्यमंत्री के चुनाव में देरी और नई सरकार के गठन में विलंब का मुख्य कारण है।
उन्होंने कहा, धामी की हार के बाद सबसे पहले पार्टी नेतृत्व इस पर फैसला करेगा कि उन्हें पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए एक और मौका दिया जाएगा या नहीं।
भाजपा ने विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। उत्तराखंड में बीजेपी ने 70 में से 47 सीटें जीतकर दूसरी बार सत्ता बरकरार रखी है।
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Source : IANS