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एयर बेस पर फिर दिखा ड्रोन, CDS बिपिन रावत जम्मू में मौजूद

सीडीएस की मौजूदगी में ही ड्रोन देखे जाने के बाद एलर्ट जारी कर दिया गया. रावत, आज सैन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक भी करने वाले हैं. गौरतलब है कि पिछले महीने वायुसेना के अड्डे पर दो ड्रोन से हमला किया गया था.

Updated on: 15 Jul 2021, 11:32 AM

highlights

  • CDS बिपिन रावत की जम्मू में मौजूद
  • एयर बेस पर फिर दिखा ड्रोन, सुरक्षा बल सतर्क
  • अरनिया सेक्टर में बीएसएफ ने उड़ने वाली वस्तु को भगाया

श्रीनगर:

जम्मू स्थित वायुसेना के हवाई अड्डे पर बीती रात एक और ड्रोन देखा गया है. जिसके बाद सुरक्षा बल सतर्क हो गए हैं. बता दें यह ड्रोन ऐसे वक्त में दिखे हैं जब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, जम्मू सेक्टर में सुरक्षा स्थितियों का जायजा लेंगे. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत जम्मू सेक्टर में हैं. बताया गया कि बिपिन रावत इसी एयर बेस पर बीते महीने हुए विस्फोट के बाद के हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे. 

सीडीएस की मौजूदगी में ही ड्रोन देखे जाने के बाद एलर्ट जारी कर दिया गया. रावत, आज सैन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक भी करने वाले हैं. गौरतलब है कि पिछले महीने वायुसेना के अड्डे पर दो ड्रोन से हमला किया गया था. हालांकि इस विस्फोट में किसी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था और दो जवानों को हल्की चोटें आई थीं. इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी की गई हैं.

जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में बीएसएफ ने उड़ने वाली वस्तु को भगाया

जवानों ने जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक उड़ने वाली वस्तु को फायरिंग करके वापस भगा दिया. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. बीएसएफ ने बताया कि तेरह-चौदह जुलाई की रात को अरनिया सेक्टर में रात करीब नौ बजकर बावन मिनट पर अपने ही सैनिकों की ओर से दो सौ मीटर की ऊंचाई पर एक चमकती लाल बत्ती देखी गई.

अलर्ट सैनिकों ने अपनी जगह से लाल बत्ती की ओर गोलीबारी की,जिसके कारण वह वापस लौट आया. क्षेत्र की तलाशी ली जा रही है. अब तक कुछ भी नहीं मिला. जम्मू में ड्रोन गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है. दो जुलाई को बीएसएफ ने अरनिया सेक्टर में एक क्वाडकॉप्टर को भी वापस खदेड़ दिया था.

उनतीस जून को,जम्मू के रत्नाचुक-कालूचक सैन्य क्षेत्र में सेना के जवानों द्वारा ड्रोन गतिविधियों पर रोक लगा दिया गया था. सत्ताईस जून को, जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर दो बम विस्फोट हुए थे, जिन पर सुरक्षा एजेंसियों को संदेह था कि ड्रोन की मदद से किया गया था.