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चीन के तनाव के बीच 27 जुलाई को छह राफेल विमान पहुंचेंगे भारत! बढ़ेगी वायुसेना की ताकत

पूर्वी लद्दाख में हिंसक झड़प के बाद भारत-चीन के बीच तनाव का माहौल है. वहीं इस बीच भारत की धरती पर राफेल आने वाली है. फ्रांस जल्द ही भारत को राफेल विमानों की डिलीवरी करने जा रही है.

Updated on: 29 Jun 2020, 05:08 PM

नई दिल्ली:

पूर्वी लद्दाख में हिंसक झड़प के बाद भारत-चीन के बीच तनाव का माहौल है. वहीं इस बीच भारत की धरती पर राफेल आने वाली है. फ्रांस जल्द ही भारत को राफेल विमानों की डिलीवरी करने जा रही है. भारत को जुलाई के अंत तक करीब 6 राफेल विमान मिलने की संभावना है. हालांकि, वायुसेना की तरफ से अभी तक राफेल के जंगी बेड़े में शामिल होने वाली औपचारिक समारोह ('सेरेमेनी') की तारीख की घोषणा नहीं की गई है.

150 किलोमीटर से अधिक स्ट्राइक रेंज पर निशाना लगाने वाली मिटयोर मिसाइल के साथ राफेल चीनी वायुसेना पर भारतीय वायसेना को बढ़त देगी. सरकारी सूत्रों ने एएनआई को बताया, 'फ्रांस में भारतीय वायुसेना के पायलटों की स्थिति और चल रहे प्रशिक्षण के आधार पर, हमें जुलाई के अंत तक छह राफेल मिल सकते हैं. विमान अपने पूरे पैकेज के साथ पहुंचेगा और कुछ ही दिनों में चालू हो जाएगा.'

मिसाइल-मिटयोर और स्कैल्प विमानों से पहले ही अंबाला पहुंच जाएंगी

जानकारी के मुताबिक राफेल की मिसाइल-मिटयोर और स्कैल्प विमानों से पहले ही अंबाला पहुंच जाएंगी. मिटयोर मिसाइल की रेंज करीब 150 किलोमीटर है. हवा से हवा में मार करने वाली ये मिसाइल दुनिया की सबसे घातक हथियारों में गिनी जाती है. इसके अलावा राफेल फाइटर जेट लंबी दूरी की हवा से सतह में मार करने वाली स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हवा से हवा में मार करने वाली माइका मिसाइल से भी लैस है.

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अंबाला राफेल का पहला बेस होगा

मूल योजना अम्बाला वायु सेना स्टेशन पर पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए तीन ट्विन-सीटर ट्रेनर संस्करणों सहित चार राफेल प्राप्त करने की थी, जो भारत में राफेल लड़ाकू जेट का पहला बेस होगा. सूत्रों ने कहा कि दूसरा बेस हाशिमारा, पश्चिम बंगाल में होगा.मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अंबाला एयरबेस पर 27 जुलाई को छह राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप आएगी.

राजनाथ सिंह ने अपनी फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पारले से बातचीत की थी 

इससे पहले, जून की शुरुआत में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पारले से टेलीफोन पर वार्ता की थी. इस दौरान फ्रांस की रक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया था कि कोरोना वायरस महामारी के बावजूद राफेल विमान तय समय के अनुसार भारत पहुंचाए जाएंगे. रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी.

द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की

रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि दोनों मंत्रियों ने क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य सहित आपसी चिंता के मामलों पर चर्चा की और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की. हालांकि, यह पता नहीं चल सका था कि क्या इस वार्ता के दौरान लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव पर चर्चा हुई या नहीं.

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 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की डील की थी

भारत ने सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की डील की थी. यह डील तकरीबन 59 हजार करोड़ रुपये की थी. इन विमानों के जरिए भारत की वायुसेना को और ताकत मिलेगी.। राजनाथ सिंह ने पहला राफेल विमान फ्रांस के एक एयरबेस पर आठ अक्तूबर को प्राप्त किया था.