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अंतरिक्ष की दुनिया में अमेरिका रचेगा इतिहास, कल पूरी दुनिया बनेगी गवाह

अंतरिक्ष के क्षेत्र में अमेरिका बड़ा कदम रखने जा रहा है. अगले कुछ घंटे में अमेरिका का इतिहास बदलने जा रहा है. अमेरिका एक ऐसा मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजने जा रही है जो मील का पत्थर साबित होगा.

Updated on: 26 May 2020, 11:35 AM

लॉस एंजिलिस:

अंतरिक्ष के क्षेत्र में अमेरिका बड़ा कदम रखने जा रहा है. अगले कुछ घंटे में अमेरिका का इतिहास बदलने जा रहा है. अमेरिका एक ऐसा मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजने जा रही है जो मील का पत्थर साबित होगा. अमेरिकी रॉकेट से 9 साल के बाद अब पहली बार अमेरिकी धरती से कोई मानव मिशन अंतरिक्ष में जाएगा. 21 जुलाई 2011 के बाद बाद यह पहला ऐसा मिशन है जिसमें अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अंतरिक्ष यात्रियों को स्वदेशी रॉकेट में बिठाकर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक भेजेगी.

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प्राइवेट कंपनी को मौका
खास बात यह है कि इस मानव मिशन में निजी कंपनी को भी शामिल किया गया है. 27 मई को शाम 4.33 बजे लांच होने वाले इस मिशन को अमेरिकी कंपनी स्पेस-एक्स के स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजा जाएगा. दरअसल स्पेस-एक्स अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी है. स्पेस-एक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को अमेरिका के सबसे भरोसेमंद रॉकेट फॉल्कन-9 के ऊपर लगाया जाएगा जिससे इस मिशन से सफल होने में किसी तरह की अड़चन न आए.

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210 दिन तक रह सकता है स्पेस-एक्स ड्रैगन कैप्सूल
इस मिशन को डेमो-2 मिशन नाम दिया गया है. डेमो-1 मिशन में ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से स्पेस स्टेशन पर सफलतापूर्वक सामान पहुंचाया गया था. मई में लॉन्च होने वाले मिशन के बाद ये दोनों एस्ट्रोनॉट्स स्पेस स्टेशन पर 110 दिन तक रहेंगे. बता दें कि स्पेस-एक्स ड्रैगन कैप्सूल एक बार में 210 दिनों तक अंतरिक्ष में समय बिता सकता है. उसके बाद उसे रिपेयरिंग के लिए धरती पर वापस आना होगा.