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आमेजन ने भारत को दिया धोखा, पीएम मोदी पर की ये टिप्पणी : दस्‍तावेज से खुलासा

रायटर्स की रिपोर्ट में अमेजन के कुछ ऐसे दस्‍तावेज सामने आए हैं जिनमें इस बात का उल्लेख है कि दिग्गज ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म ने भारतीय नियामकों को धोखे में रखा और गोपनीय रणनीति बनाई.

Updated on: 18 Feb 2021, 11:48 PM

दिल्ली :

भारतीय रिटेलर समूह ने सरकार से Amazon.com के स्थानीय व्यापर पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. अमेजन के द्वारा भारत में व्यापार करने के लिए कुछ ब्रांड के लिए ज्यादा तरजीह देने के बात कही थी. इसके बाद भारतीय रिटेलर समूह ने अमेजन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. बता दें कि अमेज़न के गोपनीय डाक्यूमेंट्स से इसके बारे में पता चला है. इसके बाद देश के खुदरा विक्रेता विरोध पर उतर आए हैं. रायटर्स की रिपोर्ट में अमेजन के कुछ ऐसे दस्‍तावेज सामने आए हैं जिनमें इस बात का उल्लेख है कि दिग्गज ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म ने भारतीय नियामकों को धोखे में रखा और गोपनीय रणनीति बनाई.

अमेजन के ये गोपनीय दस्‍तावेज 2012 से 2019 के बीच के हैं. इस गोपनीय दस्तावेज में प्रधानमंत्री मोदी के लिए भी कई प्रकार की टिपण्णी की गयी है. भारत में 8 करोड़ खुदरा स्टोर का प्रतिनिधित्व करने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने एक बयान में कहा कि है रायटर की रिपोर्ट चौंकाती है इसलिए भारत में अमेजन के संचालन पर तुरंत प्रतिबंध लगा देना चाहिए. समूह ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से कहा कि वह भारत में अमेजन के परिचालन पर प्रतिबंध के लिए तुरंत फैसला लें.

रॉयटर्स की रिपोर्ट में क्या है 

रॉयटर्स की ओर से सामने आए इन दस्‍तावेजों के मुताबिक, ऐमजॉन की वेबसाइट के जरिये भारत में होने वाली कुल ऑनलाइन बिक्री का दो-तिहाई हिस्‍सा महज 35 सेलर्स के हाथों में सिमटा हुआ है, जबकि कंपनी दावा करती है कि उसके साथ 7,00,000 से ज्‍यादा भारतीय विक्रेता जुड़े हुए हैं और उन्‍हें उसकी बदौलत बड़ा फायदा मिल रहा है. ये दस्तावेज 2012 से 2019 के बीच के हैं.

PM मोदी के बारे 
अमेजन के ये गोपनीय दस्‍तावेज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के बारे में भी कुछ बातें कही गई हैं. दस्‍तावेजों में कहा गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी ना तो बुद्धिजीवी हैं और ना ही बहुत अकादमिक व्‍यक्ति हैं. दस्तावेज में कहा गया है कि केवल मजबूत शासन-प्रशासन के जरिये सफल सरकार चलाई जा सकती है. पीएम मोदी को साधारण, तार्किक और सीधी सोच के लिए जाना जाता है. वो बहुत भारी-भारकम अकादमिक शब्‍दजाल में नहीं फंसना चाहते.