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अमरिंदर सिंह के राष्ट्रवाद पर आमने-सामने भाजपा और कांग्रेस

उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र की जांच कराने का राग छेड़ कर प्रदेश में राजनीतिक हलचल.

Updated on: 23 Oct 2021, 07:45 AM

highlights

  • अमरिंदर सिंह की महिला मित्र पर कांग्रेस हुई मुखर
  • बीजेपी कैप्टन के राष्ट्रवाद पर है पूरी तरह से फिदा

नई दिल्ली:

पंजाब में जारी राजनीतिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. भाजपा लगातार अमरिंदर सिंह को एक राष्ट्रवादी नेता बताते हुए उनके लिए हमेशा दरवाजे खुले होने की बात कहती रही है और अब कांग्रेस ने अमरिंदर सिंह के इसी राष्ट्रवाद की छवि पर हमला करना शुरू कर दिया है. भाजपा, कांग्रेस के इस हमले को राजनीति से प्रेरित बताकर और अमरिंदर सिंह का साथ देते हुए यह कह रही है कि, 'चूंकि अमरिंदर ने इनपर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं इसलिए उनको (कांग्रेस) तकलीफ हो रही है.' दरअसल अमरिंदर सिंह द्वारा कांग्रेस पर लगातार किए जा रहे हमलों के बीच उनकी सरकार में मंत्री रहे और वर्तमान चन्नी सरकार में उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र की जांच कराने का राग छेड़ कर प्रदेश में राजनीतिक हलचल को और ज्यादा बढ़ा दिया है. रंधावा अमरिंदर सिंह की महिला मित्र के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ संबंधों की जांच की बात कह रहे हैं.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह ने पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें अपने नेताओं के उन बयानों पर भी बात करनी चाहिए जो जगजाहिर है. आरपी सिंह ने कहा कि हरीश रावत ने यह कहा था कि जनरल बाजवा हमारा पंजाबी भाई है. नवजोत सिंह सिद्धू खुलकर इमरान को अपना दिलदार यार बताते हैं. पंजाब सरकार को इनकी जांच करवानी चाहिए, इनसे पूछताछ करनी चाहिए कि ये कैसे इनके दिलदार यार और पंजाबी भाई हैं.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सुखजिंदर सिंह रंधावा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हे खुद अपने बारे में भी बताना चाहिए कि कि जेल मंत्री रहने के दौरान उन्होने किसके कहने पर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मदद की थी. मुख्तार अंसारी के किस-किससे संबंध हैं, इसकी भी जांच करवा लें जरा. उन्होने कहा कि रंधावा तो खुद अमरिंदर सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं तब उन्होने ये सारे सवाल क्यों नहीं उठाए थे?

मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही अमरिंदर लगातार पाकिस्तानी कनेक्शन को लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू पर निशाना साध रहे हैं. हाल ही में उन्होने अपनी नई पार्टी बनाने और भाजपा के साथ गठबंधन करने की संभावनाएं भी जताई थीं. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब प्रभारी दुष्यंत गौतम ने भी उन्हें राष्ट्रवादी नेता बताते हुए उनका स्वागत करने का बयान दिया था.