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पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह (फाइल फोटो)
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भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि होशियारपुर के सतविंदर और लुधियाना के हरजीत सिंह को 28 फ़रवरी को मौत की सजा दी गई.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह (फाइल फोटो)
सऊदी अरब में दो भारतीयों का सिर काटने का मामला सामने आया है. मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक हत्या के मामले में दोषी ठहराये गए होशियारपुर निवासी सतविंदर कुमार और लुधियाना निवासी हरजीत सिंह का सिर कलम कर दिया गया है. इस घटना की निंदा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस 'बर्बर और अमानवीय' बताते हुए गहरी नाराजगी जाहिर की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि वह इस संबंध में विदेश मंत्रालय से विस्तृत रिपोर्ट मांगेंगे. मुख्यमंत्री ने इस पर शोक जताते हुए कहा कि यह बहुत दुखद है कि सभ्य देशों में आज भी ऐसी अमानवीय घटनाएं होती हैं.
वहीं इस खबर की पुष्टि करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि होशियारपुर के सतविंदर और लुधियाना के हरजीत सिंह को 28 फ़रवरी को मौत की सजा दी गई.
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विदेश मंत्रालय के मुताबिक, 'दोनों को ट्रायल के लिए रियाद की जेल में भेजा गया जहां दोनों ने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया. 31 मई 2017 को उनके केस की सुनवाई के दौरान एक भारतीय अधिकारी भी मौजूद रहे. हालांकि, केस की सुनवाई के ही दौरान दोनों पर हिराबा (हाईवे पर लूटपाट) का केस भी शुरू हो गया. इस अपराध में भी फांसी की सजा तय है.'
दोनों को फांसी की सजा दी जाने के बारे में उस समय पता चला जब हरजीत की पत्नी सीमा रानी ने एक याचिका दी थी. याचिका पर कार्रवाई करते हुए विदेश मंत्रालय को पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिली. सीमा रानी को भेजे गए पत्र के अनुसार, सतवीर और हरजीत को 2015 में 9 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया दोनों पर आरिफ इमामुद्दीन की हत्या का आरोप था.
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खबरों की मुताबिक रियाद में भारतीय दूतावास को इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी. वहीं सऊदी अरब के कानून के मुताबिक़ मौत की सजा पाए व्यक्ति के शव को न तो परिजनों को और ना ही उसके देश को लौटाया जा सकता है और दो महीने बाद ही मृत्यु प्रमाण जारी होगा.
Source : News Nation Bureau