शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री पद से अमरिंदर सिंह का इस्तीफा कांग्रेस और उसके आलाकमान की ओर से खुद की नाकामियों को स्वीकार करने जैसा है। सरकार विफल रही और उसके पास साढ़े चार साल के शासन में दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है।
बादल ने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि अकाली दल हमेशा से कहता रहा है कि अमरिंदर सिंह को स्वभाव से ही गुटका साहिब के साथ झूठ बोलने के लिए दंडित किया गया है और कांग्रेस के हर सदस्य का यही हश्र होगा।
उन्होंने कहा कि महज पहरेदार बदलने से पंजाब में कांग्रेस का डूबता जहाज नहीं बचेगा। पूरे राज्य मंत्रिमंडल के साथ-साथ कांग्रेस विधायक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं और रेत, शराब और ड्रग्स माफिया सहित विभिन्न प्रकार के माफिया रैकेट चला रहे हैं।
शिअद प्रमुख ने कहा, कांग्रेस अपनी अक्षम सरकार को बचाने और पंजाबियों को केवल चेहरा बदलने से मूर्ख बनाने की उम्मीद न करे।
बादल ने कहा कि अकेले एक व्यक्ति पर दोष मढ़कर पार्टी के खिलाफ प्रतिक्रिया को रोकने के लिए कांग्रेस आलाकमान की कुटिल चाल सफल नहीं होगी।
उन्होंने कहा, पंजाबी जानते हैं कि पंजाब में पूरी कांग्रेस खुली लूट और अराजकता के लिए जानी जाती है। इसके मंत्रियों और विधायकों ने गैंगस्टरों को संरक्षण दिया। इसके मंत्रियों ने राज्य के खजाने को हजारों करोड़ रुपये लूटे। यह राज्य में कोई भी विकास या बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को शुरू करने में विफल रहा।
बादल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और गांधी के भाई-बहन-राहुल और प्रियंका भी साढ़े चार साल से अधिक समय तक पंजाबियों को पीड़ित करने की जिम्मेदारी से नहीं बच सके।
बादल ने एक बयान में कहा, सबसे पहले, सोनिया गांधी और राहुल गांधी 2017 के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र के पीछे की ताकत थे। गांधी परिवार ने न केवल अमरिंदर सिंह को सत्ता में रखा, बल्कि उनके किसी भी भ्रष्ट मंत्री के खिलाफ कदम उठाने में भी विफल रहे। यह लोगों से किए वादों को पूरा करने के लिए अमरिंदर सिंह पर हावी होने में भी विफल रहे। अमरिंदर की विफलता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की विफलता है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS