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चीन से टेंशन के बीच PM ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, केजरीवाल को नहीं मिला न्योता

भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. ये बैठक शाम को 5 बजे आयोजित होगी. मीटिंग में अलग-अलग पार्टियों के अध्यक्ष शामिल होंगे. इस बैठक में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद पर चर्चा होगी.

Updated on: 19 Jun 2020, 07:48 AM

नई दिल्ली:

भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. ये बैठक शाम को 5 बजे आयोजित होगी. मीटिंग में अलग-अलग पार्टियों के अध्यक्ष शामिल होंगे. इस बैठक में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद पर चर्चा होगी. लेकिन बड़ी खबर ह भी है कि इस बैठक में आम आदमी पार्टी को मीटिंग का न्योता नहीं मिला है. सूत्रों के मुताबिक उन्हीं पार्टियों को न्योता मिला है जिनके 5 से ज्यादा सांसद हैं.

बैठक में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, JMM के अध्यक्ष हेमंत सोरेन, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, TDP के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू शामिल होंगे.

ये नेता होंगे शामिल

  • NCP से चीफ शरद पवार.
  • YSR कांग्रेस के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी.
  • JDU के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार.
  • DMK के अध्यक्ष एमके स्टालिन.
  • शिवसेना के प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे.
  • लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान.
  • शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल.
  • टीआरएस के प्रमुख और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव.
  • बीजू जनता दल के अध्यक्ष और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक.
  • सीपीआइ-एम के महासचिव सीताराम येचुरी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से की बात

सर्वदलीय बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी विपक्षी पार्टी के अध्यक्षों से बात की है. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती सहित दूसरे नेताओं से बात की है.

न्योता नहीं मिलने से भड़की आम आदमी पार्टी

सर्वदलीय बैठक में शामिल होने का न्योता नहीं मिलने से आम आदमी पार्टी भड़क गई है. आप के सांसद संजय सिंह ने कहा कि केंद्र में एक अहंकार ग्रस्त सरकार चल रही है. आम आदमी पार्टी की दिल्ली में सरकार है. पंजाब में मुख्य विपक्षी पार्टी है. 4 सांसद हैं, लेकिन किसी महत्वपूर्ण विषय पर BJP को AAP की राय नहीं चाहिए.