16 नवम्बर से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र के काफी हंगामेदार होने की आशंका है। सत्र से पहले लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सभी पार्टी की बैठक बुलाई, जिसमें इस बात पर ज़ोर दिया गया कि सत्र का कामकाज सुचारू रूप से चले। बैठक के बाद सुमित्रा महाजन ने कहा, 'सभी दलों ने नोटबंदी और जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर चर्चा कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा जरूर होनी चाहिए।'
सरकार को आशंका है कि विपक्ष 500 और 1000 के नोट को बंद करने के ख़िलाफ़ सदन में हंगामा कर सकता है। इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हमें संसद में पता चल जाएगा कि काले धन के मालिकों के समर्थन में कौन है।
रविवार को ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने साफ़ कर दिया था कि वो विमुद्रीकरण के मुद्दे को सदन में ज़ोर-शोर से उठाएगें। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले लोकसभा स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।