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इकबाल मिर्ची मामले में राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ईडी कार्यालय में पेश हुए

इकबाल मिर्ची मामले में राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ईडी कार्यालय में पेश हुए

Updated on: 23 Aug 2021, 06:45 PM

मुंबई:

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल इकबाल मिर्ची मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे।

ईडी अधिकारियों के मुताबिक, राकांपा नेता दोपहर में यहां एजेंसी के कार्यालय में आए और कुछ देर बाद चले गए।

पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मैं इकबाल मिर्ची मामले के संबंध में ईडी कार्यालय में कुछ कागजात पर हस्ताक्षर करने आया था।

अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी मिर्ची से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में ईडी पहले भी प्रफुल्ल से कई मौकों पर पूछताछ कर चुकी है।

ईडी ने सितंबर 2019 में मिर्ची की पत्नी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।

मिर्ची, उसके परिवार के सदस्यों और अन्य के खिलाफ मुंबई में प्रमुख स्थानों में सीजे हाउस, साहिल बंगला, राबिया हवेली, मरियम लॉज और सी व्यू संपत्तियों की खरीद और बिक्री में कथित अवैध लेनदेन के लिए एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था।

सीजे हाउस मुंबई के तारदेव इलाके में वर्ली और अरुण चैंबर्स में स्थित है, जिसकी कीमत 76 करोड़ रुपये है। अन्य संपत्तियों की कीमत 500 करोड़ रुपये है, जिसमें वर्ली में साहिल बंगला, राबिया मेंशन, मरियम लॉज और सी व्यू, क्रॉफर्ड मार्केट में तीन व्यावसायिक दुकानें और लोनावला में पांच एकड़ जमीन शामिल है।

ईडी अब तक कपिल वधावन, धीरज वधावन और हुमायूं मर्चेट समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। एजेंसी ने दिसंबर 2019 में विशेष पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी।

ईडी ने अब तक मिर्ची और उसके परिवार के सदस्यों के पीएमएलए प्रावधानों के तहत भारत और विदेशों में 798 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। यहां की एक अदालत ने मिर्ची की पत्नी और दो बेटों को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया है और इस साल फरवरी में भारत और विदेशों में उनकी संपत्तियों को जब्त करने का भी आदेश दिया है।

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