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अरुणाचल प्रदेश: चकमा-हाजोंग को नागरिकता देने पर छात्र संघ का प्रदर्शन

अरुणाचल प्रदेश का छात्र संघ चकमा और हाजोंग समुदाय को नागरिकता देने के केंद्र के फैसले पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।

Updated on: 19 Sep 2017, 02:18 PM

नई दिल्ली:

अरुणाचल प्रदेश का छात्र संघ चकमा और हाजोंग समुदाय को नागरिकता देने के केंद्र के फैसले पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। अरुणाचल प्रदेश के छात्र संघ ने केंद्र के इस फैसले के खिलाफ 12 घंटे की हड़ताल भी बुलाई है।

हाल ही में केंद्र ने चकमा और हाजोंक समुदाय को नागरिकता देने का ऐलान किया था। जिसके बाद से विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने भी इस मुद्दे पर केंद्र के फैसले का बचाव भी किया था।

चकमा हाजोंग समुदाय को भारत की नागरिकता देने के मामले में किरण रिजीजू ने 13 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी बात की थी।

उन्होंने इसके लिए तत्कालनी कांग्रेस सरकार को ज़िम्मेदार ठहराते हुए था कि, 'चकमा और हाजोंग समुदाय के लोगों को कांग्रेस की सरकार ने ही अरुणाचल में 1964 और 1969 के बीच बसा दिया था। दोनों समुदाय के लोगों को नागरिकता देने की बात सुप्रीम कोर्ट ने भी कही है।'

हालांकि बाद में सफाई देते हुए रिजिजू ने अरुणाचल प्रदेश के लोगों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, 'इस मामले में हम यही कहना चाहते हैं कि चकमा और हाजोंग समुदाय के लोगों को नागरिकता देने के मामले में अरुणाचल के स्थानीय लोगों के अधिकारों का हनन नहीं होने दिया जाएगा। किसी भी सूरत में उनका नुकसान नही होगा। हम स्थानीय प्रशासन से मिलकर बेहतर कदम उठाएंगे।'

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