सीजीएचएस की दरों में जल्‍द संशोधन किया जाएगा : मनसुख मांडविया
मानसून सत्र से पहले 19 जुलाई को इंडिया ब्लॉक की बैठक
बिहार की विकास यात्रा में आज का दिन ऐतिहासिक होने वाला है : पीएम मोदी
बंगालियों की फिक्र तो बंगाल में सीएए लागू करें ममता बनर्जी : हिमंता बिस्वा सरमा
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान की पुस्तक ‘स्थितप्रज्ञ’ के मराठी संस्करण का हुआ विमोचन
मध्य प्रदेश: मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कांग्रेस पर साधा निशाना
जंगल में मिली रशियन महिला के पार्टनर ने खोल दिए उसके राज
गांधी परिवार का इंतजार कर रही हैं देश की जेलें : सीएम हिमंता बिस्वा सरमा
बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण पूरी तरह निष्पक्ष : चुनाव आयोग

केदारनाथ त्रासदी में बिछड़ने के 5 साल बाद परिवार वालों से मिली अलीगढ़ की लड़की

त्रासदी के वक्त चंचल 12 साल की थी, वहां मौजूद लोगों ने जम्मू स्थित अनाथालय को उसे सौंप दिया था. बाद में अलीगढ़ में चाइल्डलाइन एनजीओ के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने उसे वापस लाने में मदद की.

त्रासदी के वक्त चंचल 12 साल की थी, वहां मौजूद लोगों ने जम्मू स्थित अनाथालय को उसे सौंप दिया था. बाद में अलीगढ़ में चाइल्डलाइन एनजीओ के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने उसे वापस लाने में मदद की.

author-image
saketanand gyan
एडिट
New Update
केदारनाथ त्रासदी में बिछड़ने के 5 साल बाद परिवार वालों से मिली अलीगढ़ की लड़की

केदारनाथ (फाइल फोटो)

उत्तराखंड के केदारनाथ में साल 2013 में आए भीषण आपदा में गुम हुई 17 साल की लड़की चंचल 5 सालों के बाद अपने परिजनों से मिल गई. मनोरोग से जूझ रही चंचल उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अपने परिवार वालों से मिली. अलीगढ़ के बन्नादेवी इलाके की रहने वाली चंचल के दादा-दादी हरीश चंद और शकुंतला देवी ने उसके वापस घर आने पर कहा कि यह एक चमत्कार जैसा है.

Advertisment

चंचल अपने मां-बाप के साथ केदारनाथ तीर्थयात्रा के लिए गई थी. उसी दौरान केदारनाथ में आए भीषण जल प्रलय में उसके पिता बह गए थे लेकिन कुछ समय के बाद उसकी मां वापस आ गई थी. हरीश चंद कहते हैं कि चंचल अभी भी अपने पिता को याद करती रहती है.

इस त्रासदी के वक्त चंचल 12 साल की थी, वहां मौजूद लोगों ने जम्मू स्थित अनाथालय को उसे सौंप दिया था. बाद में अलीगढ़ में चाइल्डलाइन एनजीओ के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने उसे वापस लाने में मदद की.

ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया, 'पिछले कुछ महीनों से अनाथालय प्रबंधन के लोग ध्यान दे रहे थे कि लड़की अपने बोलने की सीमित क्षमता के बावजूद अलीगढ़ शहर के बारे में कुछ बताना चाह रही थी.'

और पढ़ें : रामदेव का BJP सरकार पर तंज, कहा- हम सांप्रदायिक और हिंदू नहीं, आध्यात्मिक भारत बनाना चाहते हैं

इसके बाद उनलोगों ने अलीगढ़ के विधायक संजीव राजा से संपर्क किया और फिर ज्ञानेंद्र मिश्रा की मदद ली गई. बाद में चाइल्डलाइन संस्था बच्ची को पुलिस की मदद से उसके परिवार से पहचान कराया और फिर उसे पहुंचाया गया.

Source : News Nation Bureau

Uttarakhand kedarnath केदारनाथ अलीगढ़ केदारनाथ आपदा Kedarnath floods aligarh girl 2013 Kedarnath deluge chanchal चंचल
      
Advertisment