समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि जबसे एसपी-बीएसपी गठबंधन की घोषणा हुई है, तब से बीजेपी नेतृत्व का हिसाब गड़बड़ा गया है. बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व तय नहीं कर पा रहा है कि उत्तर प्रदेश में उनकी स्थिति कहां और कैसी रहेगी. अखिलेश का कहना है कि गठगबंधन होने से बीजेपी को चुनाव से पहले ही पराजय का डर सताने लगा है. इसी घबराहट और हताशा में बीजेपी नेतृत्व अब सच्चाई स्वीकार करने की जगह व्यर्थ बहानेबाजी से अपना दिल बहलाने में लगा है.
सपा प्रमुख ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी नेतृत्व भलीभांति समझ रहा है कि जब उनकी सरकारों की हर मोर्चे पर विफलता जगजाहिर है तो जीतने की कैसे उम्मीद करें? आखिर किसानों-नौजवानों, बेरोजगारों व महिलाओं के हित में जब बीजेपी ने कोई काम नहीं किया है तो वह उन्हें दोबारा क्यों चुनेंगे? उन्होंने कहा कि बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश में प्रभारी इसलिए भेजा गया है कि कम से कम एक सीट तो बचा ली जाए.
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अखिलेश ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर 'मुंगेरीलाल के हसीन सपनों' में खोया हुआ है, इसलिए यूपी में अगर वे 82 सीटों पर जीत का दावा भी करने लगें तो क्या आश्चर्य, जबकि उत्तर प्रदेश में कुल जमा 80 लोकसभा सीटें ही हैं.
Source : IANS