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सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में नौसेना और तटरक्षक बल को दर्शाने वाली गैलरी

सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में नौसेना और तटरक्षक बल को दर्शाने वाली गैलरी

Updated on: 02 Jul 2023, 10:35 PM

नई दिल्ली:

सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में राष्ट्रीय सामुद्रिक विरासत परिसर (एनएमएचसी) का निर्माण किया जा रहा है। यहां, भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल इतिहास एवं गौरव को दर्शाने वाली गैलरी भी बनाई जा रही है। इसका निर्माण लोथल (गुजरात) के ऐतिहासिक सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में किया जा रहा है।

भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक के उद्भव, विषय-वस्तु पर गैलरी की योजना के लिए 02 जुलाई को तटरक्षक बल, नौसेना तथा इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच एक समझौता किया गया। लोथल में हड़प्पायुगीन ढ़ांचा और जीवनशैली रिक्रिएट करने के लिए लोथल मिनि रिक्रिएशन, 4 थीम पार्क–मेमोरियल थीम पार्क, मेरिटाइम एवं नेवी थीम पार्क, क्लाइमेट थीम पार्क और एडवेंचर तथा एम्यूजमेंट थीम पार्क होगें। इसके साथ ही हड़प्पा के समय से शुरू आज तक की भारत की सामुद्रिक विरासत को रेखांकित करती हुए 14 गैलरी भी यहां बनाई जा रही हैं।

यहां राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की विविध सामुद्रिक विरासत को प्रदर्शित करता हुआ तटीय राज्य पवेलियन आदि जैसी कई नवोन्मेषी और अनूठी विशेषताएं शामिल रहेंगी।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में एक सामुद्रिक संग्रहालय, लाईट हाउस संग्रहालय, सामुद्रिक थीम पार्क, एम्यूजमेंट पार्क सेंटर शामिल होंगे। एनएमएचसी भारत की सामुद्रिक विरासत के बारे में जागरूकता का प्रसार करने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए एक शिक्षा और मनोरंजन वाले दृष्टिकोण को अपनाते हुए प्राचीन से आधुनिक समय तक देश की सामुद्रिक विरासत को प्रदर्शित करेगा। केंद्र सरकार पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के तत्वाधान में लोथल (गुजरात) के ऐतिहासिक सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में यह राष्ट्रीय सामुद्रिक विरासत परिसर (एनएमएचसी) का निर्माण कर रही है। एनएमएचसी परियोजना के लिए आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मार्च 2019 में रखी गई थी।

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