logo-image

Maharashtra Politics: शत प्रतिशत सीएम बनने की चाह... अजित की इच्छा सामने आई

महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने आगे कहा कि जब मोदी के बाद अगला कौन है का सवाल पूछा जाता है तो कोई और नाम नजर नहीं आता. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कोई भी नेता पीएम मोदी का उत्तराधिकारी नहीं दिखता है.

Updated on: 22 Apr 2023, 02:53 PM

highlights

  • 2014-2019 के लोकसभा चुनावों में जीत का श्रेय पीएम मोदी को
  • मोदी के बाद कौन के जवाब में कोई और नाम नजर नहीं आता है
  • एनसीपी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर कोई अटकलें न लगाएं

मुंबई:

महाराष्ट्र (Maharashtra) में 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद से राजनीतिक उथल-पुथल देखी जा रही है. सबसे पहले तो उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच दरार आई. इसके बाद गठबंधन सरकार बनाने के लिए अस्तित्व  में आई महा विकास अघाड़ी (MVA) में लगातार आंतरिक कलह देखी गई. अब शरद पवार (Sharad Pawar) के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अपने नेता अजित पवार (Ajit Pawar) के बयानों को लेकर तनाव में है. फिलहाल राकांपा विपक्षी गठबंधन का एक हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है. अजीत पवार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की बार-बार की गई प्रशंसा ने उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलों को हवा दे दी है.

मोदी ने वो किया जो अटल, आडवाणी नहीं कर सके 
एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत के लिए पीएम मोदी को श्रेय दिया. पिंपरी चिंचवाड़ में मराठी अखबार सकल को दिए इंटरव्यू में अजित पवार ने कहा कि मोदी ने वह किया जो अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया और 1984 के बाद ऐसा करने वाली वह पहली पार्टी बन गई. उन्होंने कहा कि यूपीए शासन के दौरान भी सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह को सरकार बनाने के लिए दलों का समर्थन लेना पड़ा था, लेकिन पीएम मोदी ने 2014 के चुनाव में अपना करिश्मा साबित कर दिया.

यह भी पढ़ेंः  Riots Cases: बरी होने बाद माया कोडनानी का राजनीतिक करियर फिर होगा आबाद

मोदी की जगह लेने वाला कोई चेहरा नहीं 
महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने आगे कहा कि जब मोदी के बाद अगला कौन है का सवाल पूछा जाता है तो कोई और नाम नजर नहीं आता. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कोई भी नेता पीएम मोदी का उत्तराधिकारी नहीं दिखता है.

डिप्टी सीएम पद के साथ एनसीपी के संबंध 
यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को अक्सर उपमुख्यमंत्री का पद क्यों मिलता है, उन्होंने कहा कि राकांपा इस पद की आकांक्षी नहीं है, लेकिन यह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा तय किया गया था. उन्होंने कहा कि 2004 के चुनाव में महाराष्ट्र की जनता ने एनसीपी को 71 सीटों और कांग्रेस को 69 सीटों पर विजय दिलाई थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को पता था कि मुख्यमंत्री का पद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को जाएगा. दिल्ली से एक फोन आया और एनसीपी कैडर को सूचित किया गया कि पार्टी के पास उप मुख्यमंत्री का पद होगा. पवार ने कहा कि 2004 के बाद एनसीपी नंबर 2 रही.

यह भी पढ़ेंः  US Sanctions: अमेरिकी प्रतिबंधों के डर से भारत को रूसी हथियारों की आपूर्ति रुकी

अजीत पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए तैयार... 
यह पूछे जाने पर कि क्या वह 2024 के चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश करेंगे, पवार ने कहा कि वह अब भी तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वह शत प्रतिशत महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे. अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी 2024 के आम चुनावों का इंतजार करने के बजाय किसी भी समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश करने को तैयार है.

अजीत पवार की अनुपस्थिति पर अटकलें
अजीत पवार ने शुक्रवार को अपनी पार्टी की मुंबई इकाई के एक सम्मेलन को छोड़ दिया, जिससे राजनीतिक हलकों में भौंहें तन गईं. कर्नाटक चुनाव 2023 के लिए पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची से भी उनका नाम गायब था. हालांकि पवार ने कहा कि वह सम्मेलन में शामिल होने में असमर्थ थे, क्योंकि कुछ अन्य कार्यक्रमों में पहले से जाना तय था. इससे ज्यादा इस बारे में अटकलें नहीं लगाई जानी चाहिए.