नए साल में दार्जिलिंग में एक और मोड़ की ओर बढ़ रही राजनीति

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IANS
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Ajay Edward

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

नए साल में पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग हिल्स में राजनीति एक और नाटकीय मोड़ की ओर बढ़ रही है। दार्जिलिंग नगर पालिका में एक और सत्ता परिवर्तन की संभावनाएं प्रबल हैं। बुधवार को अनित थापा के नेतृत्व वाले भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा (बीजीपीएम)-तृणमूल गठबंधन ने अजय एडवर्डस की हमरो पार्टी द्वारा नियंत्रित पिछले बोर्ड के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद दार्जिलिंग नगर पालिका पर नियंत्रण कर लिया।

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इस साल फरवरी में हुए चुनावों में हमरो पार्टी के पहाड़ी नगर पालिका पर नियंत्रण करने के ठीक 10 महीने बाद ऐसा हुआ, क्योंकि हमरो पार्टी के छह निर्वाचित पार्षद इस साल नवंबर में बीजीपीएम-तृणमूल कांग्रेस के खेमे में शामिल हो गए।

हालांकि इस बदलाव के कारण दो और विकास हुए। पहले इस बदलाव ने हमरो पार्टी और बिमल गुरुंग के नेतृत्व वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) को करीब आने के लिए प्रेरित किया और दूसरा दिग्गज पहाड़ी राजनेता और तृणमूल कांग्रेस के नेता बिनॉय तमांग ने अपनी पार्टी के साथ सभी संबंधों को खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा की।

अब बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव में अनुपस्थित रहने के बावजूद, जीजेएम समर्थित हमरो पार्टी ने दार्जिलिंग नगर पालिका अध्यक्ष के लिए औपचारिक चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

हालांकि बीजीपीएम ने हमरो पार्टी के छह पार्षदों में से एक दीपेन ठाकुरी को दार्जिलिंग नगर पालिका के नए अध्यक्ष के रूप में नामित किया है, लेकिन उन्हें नगरपालिका के सभी पार्षदों द्वारा मतदान में अपना बहुमत साबित करना होगा। अब हमरो पार्टी-जीजेएम गठबंधन अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करके ठाकुरी के दावे को चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार है।

हमरो पार्टी की केंद्रीय समिति के प्रवक्ता दीपू थापा ने इस कदम की पुष्टि करते हुए कहा कि अजय एडवर्डस इस मुद्दे पर विभिन्न स्तरों पर चर्चा कर रहे हैं और जल्द ही औपचारिक घोषणा की जाएगी। इससे हमरो पार्टी-जीजेएम गठबंधन के बीजीपीएम-तृणमूल कांग्रेस गठबंधन को जवाबी झटका देने के लिए तैयार होने की अटकलों को बाद के शिविर के लिए पार्षदों के एक जोड़े में शामिल किया गया।

सूत्रों ने कहा कि बीजीपीएम प्रमुख अनित थापा द्वारा एक टर्नकोट पार्षद दीपेन ठाकुरी को नए दार्जिलिंग नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में नामित करने के बाद कई मूल बीजीपीएम पार्षद नाराज हो गए। 32 सदस्यीय दार्जिलिंग नगर पालिका में संख्याबल की ²ष्टि से मौजूदा सत्तारूढ़ और विपक्षी मोचरें के बीच का अंतर सिर्फ एक है।

जबकि बीजीपीएम-तृणमूल कांग्रेस गठबंधन के पास 16 की ताकत है। हमरो पार्टी और जीजेएम की संयुक्त ताकत 15 है, जबकि एक पार्षद का पद खाली है। ऐसे में अगर बीजीपीएम-तृणमूल कांग्रेस के मोर्चे के महज दो पार्षदों ने खेमा बदल लिया तो दार्जिलिंग नगरपालिका में समीकरण फिर से बदल जाएंगे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
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