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पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश पर पाबंदी से एयर इंडिया को 300 करोड़ रुपये का नुकसान

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आत्मघाती बम विस्फोट के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण भारतीय उड़ानों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया था

Updated on: 28 Apr 2019, 07:54 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तानी उड़ान क्षेत्र में प्रवेश पर पाबंदी के कारण नई दिल्ली से यूरोप, खाड़ी क्षेत्र और अमेरिका के गंतव्य स्थलों की दूरी बढ़ जाने से एयर इंडिया को फरवरी के आखिरी दिनों से लेकर अब तक करीब 300 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आत्मघाती बम विस्फोट के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण भारतीय उड़ानों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया है. नई दिल्ली से उड़ान भरने वाले विमानों की उड़ान की अवधि बढ़ जाने से एयर एंडिया को अतिरिक्त ईंधन की खपत और कर्मचारियों पर होने वाले खर्च में वृद्धि व उड़ानों में कमी आने के कारण रोजाना छह करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है.

राष्ट्रीय विमानन सेवा कंपनी ने इस नुकसान की भरपाई के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से संपर्क किया है. मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "एयर इंडिया ने इस संबंध में हमें सूचित किया है. सभी संबंधित पक्षों के साथ इस पर विचार किया जा रहा है. पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र पर रोक के कारण एयर इंडिया की उड़ान को नई दिल्ली से अमेरिका जाने में अब दो-तीन घंटे अधिक लगते हैं. वहीं, यूरोप की उड़ानों को करीब दो घंटे अधिक लगते हैं, जिससे वित्तीय नुकसान होता है.

भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर 27 फरवरी को हमला करने के बाद से पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने पर रोक लगा दी गई है, जिससे नई दिल्ली से यूरोप और अमेरिका के लिए विमान सेवा संचालित करने वाली अधिकांश एयरलाइंस प्रभावित हुई हैं. अमेरिकी विमान सेवा कंपनी यूनाइटेड ने दिल्ली-नेवार्क की उड़ान अस्थाई रूप से रद्द कर दी है और हालात पर उसकी नजर है.

एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लिए विमान संचालन एयरलाइन के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र पर रोक के कारण उड़ानों की दिशा में परिवर्तन को लेकर अबतक करीब 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.