AIR India अब नहीं बांटेगा टिकट, पहले चुकाना होगा कर्ज फिर...

एयर इंडिया के ऊपर विभिन्न सरकार एजेंसियों के पास लगभग 268 करोड़ रुपये का बकाया है.

एयर इंडिया के ऊपर विभिन्न सरकार एजेंसियों के पास लगभग 268 करोड़ रुपये का बकाया है.

author-image
Ravindra Singh
एडिट
New Update
AIR India अब नहीं बांटेगा टिकट, पहले चुकाना होगा कर्ज फिर...

एयर इंडिया( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

एयर इंडिया ने विभिन्न सरकारी एजेंसियों को क्रेडिट आधार पर हवाई टिकट जारी करना बंद कर दिया है. एयर इंडिया के प्रवक्ता ने मीडिया को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि जब तक कि बकाया नियत राशि को मंजूरी नहीं दी जाती है तब तक एयर इंडिया किसी भी सरकारी एजेंसी को टिकट जारी नहीं करेगी. आपको बता दें कि एयर इंडिया के ऊपर विभिन्न सरकार एजेंसियों के पास लगभग 268 करोड़ रुपये का बकाया है. जिन एजेंसियों विभागों पर 10 लाख से ज़्यादा का बकाया है वो एयर इंडिया का पैसा चुकाए बिना सफर नहीं कर पाएंगे. 

Advertisment

Air India Spokesperson: Air India has stopped issuing air tickets to various government agencies on credit basis till the due amount is cleared. Around Rs 268 crores worth of dues are pending with different govt agencies. pic.twitter.com/pyx1kf5gUC

अभी कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान बताया था कि पिछले कुछ समय से वित्तीय संकट से गुजर रही एयर इंडिया को सरकार ने बेचने की तैयारी कर ली है. हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि सरकार आने वाले समय में एयर इंडिया की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. इसके पहले हरदीप पुरी ने राज्यसभा (उच्च सदन) में भी यह बात कही थी कि एयर इंडिया का निजीकरण नहीं होने की स्थिति में इसे बंद करना होगा. पुरी ने बताया था कि केंद्र सरकार इस सरकारी कंपनी में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए दस्तावेज तैयार कर रही है.

यह भी पढ़ें-बीएचयू के 51 प्रोफेसरों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाकर विरोध जताया

आपको बता दें कि इसके विनिवेश प्रक्रिया को पूरा करने की समय सीमा भी निर्धारित कर दी गई है. आपको बता दें कि 31 मार्च 2020 को यह तिथि निर्धारित की गई है. इसके पहले के मोदी सरकार ने मई 2018 में अपनी 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (EOI) आमंत्रित किया था लेकिन बोली के पहले चरण में एक भी निजी पार्टी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई. जिसकी वजह से यह डील कैंसिल हो गई. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एआईएसएएम ने एयर इंडिया के फिर से शुरू किये गये रणनीतिक विनिवेश के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी में भारत सरकार की शत प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचने की मंजूरी दे दी है. 2018-19 में एयर इंडिया को 8556.35 करोड़ रुपये का कुल नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है. मंत्री ने कहा कि विमानन क्षेत्र में सुधार के लिए अनेक कदम उठाये गये हैं.

यह भी पढ़ें-महाराष्ट्र का इकलौता डिटेंशन सेंटर हुआ बंद, NRC पर विरोध में उद्धव ठाकरे ने लिया फैसला

कर्ज से दबी है एयर इंडिया
एयर इंडिया भारी कर्ज से दबी हुई है वित्त वर्ष 2018-19 में एयर इंडिया को 8,400 करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा. आपको बता दें कि पिछले काफी समय से एयर इंडिया को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है. ज्यादा ऑपरेटिंग कॉस्ट और फॉरेन एक्सचेंज में नुकसान की वजह से कंपनी को भारी घाटा उठाना पड़ा आपको बता दें कि एयर इंडिया को इतना घाटा उठाना पड़ा है कि इतने में एक और एयरलाइंस शुरू की जा सकती है. बहरहाल मौजूदा समय एयर इंडिया पर 60 हजार करोड़ रुपयों का कर्ज है.

Source : News Nation Bureau

Air India Government Agenceis Air India Ticket Credit Various Govt Agencies
      
Advertisment