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अमेरिका की उड़ानों में कटौती और बदलाव, 5जी के चलते एअर इंडिया का फैसला

भारत और अमेरिका के बीच एअर इंडिया के अलावा दो अन्य कंपनी यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस उड़ान सेवा देती हैं. इन विमानन कंपनियों ने भी एक पत्र लिखकर कहा है कि हवाईअड्डे के रनवे के दो मील के दायरे को छोड़ कर पूरे अमेरिका में कहीं भी 5जी इंटरनेट सेवा बहाल करें.

Updated on: 19 Jan 2022, 08:23 AM

highlights

  • अमेरिकी उड्डयन नियामक FAA ने इस बारे में जानकारी दी
  • अमेरिका में 5जी संचार सेवा की तैनाती को लेकर उड़ान पर असर
  • रनवे के दो मील के दायरे को छोड़ कर 5जी इंटरनेट सेवा बहाल करें

नई दिल्ली:

अमेरिका में 5जी इंटरनेट लगाए जाने की तैयारियों को देखते हुए दिल्ली से वाशिंगटन डीसी फ्लाइट ऑपरेशन में बाधा आ सकती है. भारत से अमेरिका के लिए फ्लाइट ऑपरेशन में कटौती और बदलाव की बड़ी संभावना है. इसको देखते हुए एयर इंडिया अपनी समय सारणी में बदलाव भी कर रहा है. एअर इंडिया ने कहा कि अमेरिका में 19 जनवरी से 5जी इंटरनेट के कारण अमेरिकी उड़ानों में कटौती या बदलाव करने पड़ेंगे. एअर इंडिया ने मंगलवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. ट्वीट में लिखा है कि अमेरिका में 5जी संचार सेवा की तैनाती को लेकर भारत से अमेरिका में हमारी सेवा में 19 जनवरी से कटौती या बदलाव करना पड़ सकता है. इस बारे में जल्द ही ताजा अपडेट भी दिया जाएगा.


अमेरिकी उड्डयन नियामक फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने इस बारे में जानकारी दी थी. उसने कहा था कि 5जी के कारण विमान के रेडियो अल्टीमीटर इंजन और ब्रेक सिस्टम में बाधा उत्पन्न हो सकती है. इससे रनवे पर विमान के लैंड करने में दिक्कत सामने आ सकती है. सोमवार को पत्र लिखकर एफएए ने बताया था कि 5जी की तैनाती से विमानन क्षेत्र में बड़ा संकट खड़ा हो सकता है. इन कंपनियों में यूनाइटेड एयरलाइंस, अमेरिकन एयरलाइंस, डेल्टा एयरलाइंस शामिल हैं.

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विमानन कंपनियों की मांगें

भारत और अमेरिका के बीच एअर इंडिया के अलावा दो अन्य कंपनी यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस उड़ान सेवा देती हैं. इन विमानन कंपनियों ने भी एक पत्र लिखकर कहा है कि हवाईअड्डे के रनवे के दो मील के दायरे को छोड़ कर पूरे अमेरिका में कहीं भी 5जी इंटरनेट सेवा बहाल करें. इस तरह अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों की दिक्कतों को दूर किया जा सकता है. दूसरी ओर एअर इंडिया को भारत सरकार ने टाटा संस को बेच दिया है. मालिकाना हक बदलने की प्रक्रिया भी जारी है.