तमिलनाडु के थेनी जिले के रहने वाले ऑटो ड्राइवर सेंतिल कुमार और उनकी पत्नी गायत्री रविवार को जब अपनी बेटी के नामकरण के लिए जयललिता की करीबी रहीं और एआईएडीएमके नेता शशिकला के पास गए तो कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद उन्हें कतई नहीं थी।
शशिकला ने बच्ची को गोद में लिया और उसे जयललिता नाम दिया।
अपनी बच्ची को जयललिता का नाम मिलने के बाद माता-पिता ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं सोचा था। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी बेटी भी 'अम्मा' की तरह दुनिया में अपनी पहचान बनाएगी।
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दरअसल, तमिलनाडु में जन्मजात बच्चों का नामकरण विभिन्न पार्टियों के नेताओं से कराने का चलन रहा है। द्रविडियन पार्टियों के समर्थक अक्सर ऐसा करते हैं।
कई बार नेता किसी जनसभा और चुनावी रैली में भी बच्चों का नामकरण कर देते हैं। जयललिता भी ऐसा करती रहीं थीं।
Source : News Nation Bureau