तमिलनाडु की सीएम जयललिता के निधन के बाद ओ पनीरसेल्वम ने राज्य के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें 'अम्मा' का सबसे विश्वासपात्र माना जाता था। एक ऐसा वक्त भी था, जब पनीरसेल्वम ने चाय की दुकान चलाते थे।
ये भी पढ़ें: सुपरस्टार रजनीकांत ने जयललिता को दी श्रद्धांजलि, पीएम मोदी भी चेन्नई पहुंचे (Video)
* पनीरसेल्वम थेवर जाति के हैं और अपनी जाति के पहले ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने राजनीति में इतना ऊंचा मुकाम हासिल किया है।
* साल 1970 में पनीरसेल्वम ने चाय की दुकान खोली थी, जो कुछ सालों बाद उन्होंने अपने भाई को सौंप दी थी।
* पनीरसेल्वम को करीब से जानने वाले लोग बताते हैं कि पेरियाकुलम नगरपालिका का चेयरमैन बनना उनका सपना था। साल 1996 में उनका यह सपना पूरा हो गया। वह नगर पालिका अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
ये भी पढ़ें: जब जयललिता ने गाया 'ले चल मुझे तारों के पार.. लगता नहीं है दिल यहां' (VIDEO)
* पनीरसेल्वम जयललिता के प्रति बहुत वफादार थे। सीएम बनने के बाद अम्मा को दंडवत प्रणाम करने की तस्वीरें चर्चा में रहीं। यही नहीं, वह जयललिता गैरमौजूदगी में उनकी तस्वीर रखकर कैबिनेट की मीटिंग करते थे।
* साल 2001 में भ्रष्टाचार के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जयललिता को सज़ा सुनाई थी। इसके बाद पनीरसेल्वम पहली बार तमिलनाडु के सीएम बने।
* साल 2014 में कर्नाटक हाईकोर्ट के सज़ा सुनाने पर एक बार फिर वह राज्य के मुख्यमंत्री बने। उनके पास वित्त, योजना, संसदीय कार्य और प्रशासनिक सुधार जैसे मंत्रालय थे।
ये भी पढ़ें: क्या तमिलनाडु के लिए दिसंबर का महीना 'अशुभ' है?
Source : News Nation Bureau