logo-image

पन्नीरसेल्वम ने ठुकराया एआईएडीएमके के विलय का प्रस्ताव, बोले- पहले अम्मा की मौत की सीबीआई जांच कराएं

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) (पुराची थलावी अम्मा) पार्टी का सत्तारूढ़ एआईएडीएमके (अम्मा) से विलय अब टलता हुआ दिखाई दे रहा है।

Updated on: 24 Apr 2017, 04:58 PM

नई दिल्ली:

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) (पुराची थलावी अम्मा) पार्टी का सत्तारूढ़ एआईएडीएमके (अम्मा) से विलय अब टलता हुआ दिखाई दे रहा है। ओ पन्नीरसेल्वम ने पार्टी कमेटी से बातचीत में साफ किया है कि जब तक राज्य सरकार पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत के मामले में सीबीआई जांच नहीं कराता तब तक वे विलय नहीं करेंगे।

विलय के लिए पन्नीरसेल्वम ने एक और शर्त रखी है, जिसमें उन्होंने पार्टी से आधिकारिक तौर पर वीके शशिकला और उनकी फेमिली को बर्खास्त किए जाने की मांग की है। यह बात तब सामने आई है जब मंत्री डी जयकुमार का एक बयान समाने आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि पन्नीरसेल्वम को पार्टी वित्त मंत्री बनाना चाहती है वहीं वर्तमान के मुख्यमंत्री पद पर मौजूद ईदापद्दी के पलानीसामी ही विलय के बाद मुख्यमंत्री रहेंगे।

और पढ़ें: AIADMK के दोनों गुटों के विलय के लिये तमिलनाडु सीएम पलानिसामी ने किया 7 सदस्यीय पैनल का गठन

बता दें कि हाल ही में आई खबरों के मुताबिक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीसामी ने एक सात सदस्यीय कमेटी बनाई थी जिसे दोनों पार्टियों के विलय के लिए बातचीत करना थी। दोनों पार्टियों के बीच मध्यस्तता निभाने वाली इस कमेटी की बागडोर सांसद आर वैथियालिंगम को सौंपी गई थी जिन्हें पन्नीरसेल्वम से बात करने के लिए कहा गया था।

सोमवार को एआईएडीएमके के अखबार नमाधु एमजीआर में एक आर्टिकल छपा था जिसमें लिखा है कि पार्टी की महासचिव वीके शशिकला और टीटीवी दिनाकरन को लोगों और पार्टी का पूरा समर्थन मिलता रहेगा।

और पढ़ें: पन्नीरसेल्वम फिर से होंगे तमिलनाडु के सीएम, पलानीसामी संभालेंगे पार्टी की कमान

हाल ही में पन्नीरसेल्वम की कमेटी के नेता और पूर्व मंत्री केपी मुनुसामी ने मीडिया से चर्चा करते हुए इन बातों को पुष्टि की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि जब तक हमारी इन दो मांगों पर सरकार ठोस कदम नहीं उठाती तब तक एआईएडीएमके से किसी भी तरह के विलय की चर्चा नहीं की जाएगी।