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ओवैसी का बड़ा हमला, बीजेपी की गुलाम हो गई जयललिता की AIADMK

चेन्नई में उन्होंने एक बार फिर अपने गठबंधन का बचाव कर बीजेपी से जुड़े होने की बात को गलत ठहराते हुए उक्त बातें कहीं.

Updated on: 13 Mar 2021, 10:30 AM

highlights

  • चेन्नई में असदुद्दीन ओवैसी बरसे
  • बीजेपी की बी टीम बताने पर निशाना
  • द्रमुक-अन्नाद्रमुक को कठघरे में रखा

चेन्नई:

इस साल होने वाले पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) के मद्देनजर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भारतीय जनता पार्टी की बी टीम बताए जाने पर चेन्नई में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK)द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) और शिवसेना को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके अब जयललिता की पार्टी नहीं रही है. वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) की गुलाम हो गई है. उन्होंने कहा कि जयललिता हमेशा एआईएडीएमके को बीजेपी से दूर रखती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है. ओवैसी ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि हम चुनाव लड़ रहे हैं तो बीजेपी को फायदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि क्या डीएमके अपनी पंथनिरपेक्षता की परिभाषा बता सकती है? महाराष्ट्र में कांग्रेस शिवसेना को समर्थन दे रही है तो डीएमके के हिसाब से शिवसेना सेक्यूलर है या कम्युनल?

बाबरी मस्जिद के बहाने शिवसेना पर निशाना
बाबरी मस्जिद के बहाने निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि शिवसेना के मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र विधानसभा में कहा कि उन्हें इस बात के लिए गर्व है कि शिवसेना ने बाबरी मस्जिद के लिए त्याग किया. क्या डीएमके शिवसेना से सहमत है? उन्होंने आगे कहा कि दिनाकरण साहब आप पर और मुझ पर बीजेपी की 'बी टीम' होने के आरोप लगते हैं, लेकिन डीएमके कांग्रेस के साथ है. जिसने शिवसेना को महाराष्ट्र में सरकार बनाने में मदद की. ओवैसी ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए टीटीवी दिनाकरण की पार्टी अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (एएमएमके) के साथ एआईएमआईएम के गठबंधन का बचाव किया.

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बीजेपी की बी पार्टी नहीं एआईएमआईएम
उधर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ए पलानीस्वामी ने भी डीएमके पर भी निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को यह साबित करना चाहिए कि जो जनता के लिए काम करता है. उसे सीएम जैसे  ऊंचे पद से नवाजा जाना चाहिए और डीएमके की परिवारवाद की राजनीति का सफाया करना चाहिए. अगर वो लोग सत्ता में आते हैं तो यह एक परिवार के हाथ में सत्ता देने जैसा होगा. तमिलनाडु में चुनाव के मद्देनजर ओवैसी अपने गठबंधन का प्रचार करने पहुंचे थे. चेन्नई में उन्होंने एक बार फिर अपने गठबंधन का बचाव कर बीजेपी से जुड़े होने की बात को गलत ठहराते हुए उक्त बातें कहीं.