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अमेठी में बनेंगी AK-203 असॉल्ट राइफल, व्लादिमिर पुतिन की यात्रा से पहले डील पर बड़ी बैठक करेगा रक्षा मंत्रालय

अमेठी में प्रस्तावित 7.5 लाख एके 203 असॉल्ट राइफल के निर्माण में शुरुआती 70 हजार राइफल में रूस निर्मित उपकरण लगाए जाएंगे. दरअसल रूस तकनीक का ट्रांसफर धीरे-धीरे करेगा.

Updated on: 23 Nov 2021, 07:08 AM

highlights

  • 5 दिसंबर को भारत आ रहे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन
  • 7.50 लाख एके-203 असॉल्ट राइफल का होना है निर्माण
  • दुनिया की सबसे आधुनिक और घातक राइफल है एके-203

नई दिल्ली:

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) अगले महीने 5 तारीख को भारत यात्रा पर आ रहे हैं. पुतिन की इस यात्रा से पहले रक्षा मंत्रालय एके-203 असॉल्ट राइफल (AK 203 Assault Rifles) की 5000 करोड़ की डील को लेकर तैयारी में जुट गया है. रक्षा मंत्रालय के अधिकारी पुतिन की यात्रा से पहले बड़ी बैठक करेंगे. अमेठी में 7.5 लाख एके-203 असॉल्ट राइफल का निर्माण किया जाना है. माना जा रहा है कि पुतिन की यात्रा के दौरान इस डील पर हस्ताक्षर हो सकते हैं. समाचार एजेंसी एएनआई सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को स्पेशल डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल की मीटिंग में इस डील पर चर्चा हो सकती है.

तकनीक के ट्रांसफर को लेकर बननी है सहमति 
जानकारी के मुताबिक दोनों ही देश इस डील पर कुछ साल पर सहमत हो गए थे. अब सबसे बड़ा मुद्दा तकनीक ट्रांसफर का है. अमेठी में प्रस्तावित 7.5 लाख एके 203 असॉल्ट राइफल के निर्माण में शुरुआती 70 हजार राइफल में रूस निर्मित उपकरण लगाए जाएंगे. दरअसल रूस तकनीक का ट्रांसफर धीरे-धीरे करेगा. ऐसे में ये असॉल्ट राइफल प्रोडक्शन की शुरुआत होने के 32 महीने के बाद सेना को मिलना शुरू जाएंगी. साल 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी ने इंडो-रूस ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का उद्घाटन किया था जहां एके-203 का निर्माण जल्द शुरू होने की बात हुई थी. एके-203 दरअसल दुनिया की सबसे मशहूर असॉल्ट राइफल एके-47 का अपडेटेड वर्जन है.

ये हैं एके 203 की खूबियां
एके-203 को दुनिया की सबसे घातक अलॉल्ट राइफल में से एक माना जाता है. यह सबसे अपटेड राइफल भी है. अपनी एक्युरैसी के लिए मशहूर एके-203, कंटवर्टेबल राइफल है. इसे सेमी ऑटोमेटिक और ऑटोमेटिक तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है. एके-47 सबसे बेसिक मॉडल है इसके बाद एके में 74, 56, 100 सीरीज, 200 सीरीज आ चुकी है.