रूस -पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग पर भारत ने जताई आपत्ति
वार्षिक द्विपक्षीय शिखर-सम्मेलन से पहले भारत ने रुस के साथ नाराजगी जाहिर की है। भारत ने पाकिस्तान के साथ रूस के संयुक्त अभ्यास को लेकर नाराजगी जाहिर किया है।
नई दिल्ली:
वार्षिक द्विपक्षीय शिखर-सम्मेलन से पहले भारत ने रूस के साथ नाराजगी जाहिर की है। भारत ने पाकिस्तान के साथ रूस के संयुक्त अभ्यास को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश के साथ संयुक्त अभ्यास सही नहीं है।
एक रूसी समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती से भारतीय राजदूत पंकज सरन ने कहा कि उन्होंने रूसी पक्ष को बताया है कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले मुल्क के साथ सैन्य सहयोग एक सही नहीं है।
सरन ने कहा 'आज दुनिया के सामने कुछ ज्वलंत मुद्दे हैं जिन पर ब्रिक्स देश निश्चित रूप से ध्यान देंगे और इनमें आतंकवाद का प्रश्न और ब्रिक्स समूह के सभी देशों के सामने आतंकवाद के खतरे का विषय शामिल है। इस तरह यह क्षेत्रीय संघर्ष और वैश्विक हालात के अलावा सम्मेलन में विचार-विमर्श का प्रमुख मुद्दा होगा।'
गौरतलब है कि16 अक्तूबर को ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) सम्मेलन में शामिल होंगे। उससे पहले पुतिन 14 अक्तूबर को भारत द्विपक्षीय बातचित करने आ रहें हैं।
भारत के नाराजगी को पर रूसी अधिकारियों कहा कि वे अन्य देशों के साथ भी इस तरह के सैन्य अभ्यास करते रहे हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचित में सुरक्षा, आतंकवाद और व्यापार जैसे महत्वपुर्ण मुद्दे पर बातचीत होनो की संभावना है।
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