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कांग्रेस नेता आनंद शर्मा (ANI)
अगस्ता वेस्टलैंड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा खुलासा किया है. ईडी ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में बताया कि बिचौलिए क्रिश्चिन मिशेल ने पूछताछ में गांधी परिवार का नाम लिया. हालांकि, ईडी का कहना है कि मिशेल ने गांधी का नाम किस संदर्भ में लिया इसके बारे में अभी बता नहीं सकते है. ईडी ने दावा किया कि बिचौलिए मिशेल ने पूछताछ के दौरान इटली की महिला के बेटे का जिक्र किया. वहीं इस मसले पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस का कहना है कि मिशेल पर सरकारी एजेंसियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है. कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने इशारों-इशारों में पीएम मोदी पर निशाना साधा. आरपीएन सिंह ने कहा, 'मिशेल पर एक विशेष परिवार लेने का दबाव है, क्यों चौकीदार एक परिवार का नाम लेने के लिए सरकार की एजेंसियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है? बीजेपी के पटकथा लेखक ओवरटाइम काम कर रहे हैं.'
RPN Singh Congress on ED says Christian Michel has taken the name of "Mrs Gandhi": There is pressure on Michel to name a particular family, why is the chowkidaar trying to pressurize the govt agencies to name a family? BJP script writers are working over time. #Agustawestlandpic.twitter.com/qCxYeObJYN
— ANI (@ANI) December 29, 2018
इसके साथ ही ईडी ने पटियाला हाउस कोर्ट में कहा कि क्रिश्चियन मिशेल ने पुष्टि की है कि कैसे एचएएल को डील से हटा दिया गया था और उसके बाद टाटा को सौदा दिया गया था. साथ ही ईडी ने मिशेल के वकील के प्रवेश को भी बैन करने की मांग की. ईडी ने कहा है कि मिशेल को बाहर से सीखाया जा रहा है.
Michel’s lawyer Aljo K Joseph to court: We don’t dispute that he (Christian Michel) had handed us the papers, but it’s the fault of the ED that they allowed it to happen. #AgustaWestlandhttps://t.co/HcjjTq0lba
— ANI (@ANI) December 29, 2018
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा की भी प्रतिक्रिया इस मामले पर सामने आई है. आनंद शर्मा ने कहा, 'मैंने जो आज सुना इतना बेतुका कभी नहीं सुना था, और ये ईडी ने कोर्ट में दावा किया. मोदी सरकार दुर्भावनापूर्ण और दुष्प्रचार के लिए दोषी है.'
भारत में जांच एजेंसियों पर आनंद शर्मा ने निशाना साधा. उन्होंने कहा 'सीबीआई का सफाया हो गया है, ईडी की कोई विश्वसनीयता नहीं बची है. ये सरकार की गिरने से पहली कार्रवाई है. एजेंसियों को कानून के दायरे में रहकर काम करना चाहिए. इसमें कोई सबूत पेश नहीं किये जा रहे हैं.'
Anand Sharma,Congress:There’s brazen&shameless abuse of agencies of the state; CBI has been wrecked,ED has no credibility left.These are actions of a govt in its dying days.Agencies should act according to law.There's no prosecution taking place.There's no evidence being produced https://t.co/fO8wqKhxKQ
— ANI (@ANI) December 29, 2018
प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि मिशेल अपनी पूछताछ के दौरान अपने वकीलों को इस बारे में पर्चियां दे रहा है कि उसे कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी पर सवालों से कैसे निपटना है.
मिशेल को चार दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत प्रत्यर्पित किया गया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो और ईडी द्वारा वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में तीन बिचौलिए की जांच की जा रही है, जिनमें मिशेल भी शामिल है.
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ईडी ने मिशेल के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए जनवरी में यूएई अधिकारियों से अनुरोध किया था. ईडी और सीबीआई दोनों ने रिश्वत मामले में भारत की अदालतों में आरोपपत्र दाखिल किए थे और आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए थे.
आरोपपत्र में सीबीआई ने घोटाले में शामिल चार भारतीयों के रूप में वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी, उनके भतीजे संजीव त्यागी उर्फ जूली, तत्कालीन वायुसेना उप प्रमुख जे.एस. गुजराल और अधिवक्ता गौतम खेतान के नाम दर्ज किए हैं.
आरोपपत्र में दर्ज अन्य आरोपियों में बिचौलिए मिशेल, हैश्के और गेरोसा के अलावा फिनमेकैनिका के पूर्व सीईओ ग्यूसेप ओर्सी और अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ ब्रूनो स्पैगनोलिनी शामिल हैं.
Source : News Nation Bureau