किसान संगठनों ने दिल्ली के अंदर परेड करने की मांग फिर दोहराई
कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों का आंदोलन आज 59वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान किसी भी मुद्दे पर पीछे हटने को तैयार नहीं है.
नई दिल्ली:
कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों का आंदोलन आज 59वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान किसी भी मुद्दे पर पीछे हटने को तैयार नहीं है. सरकार और किसानों के बीच अब वार्ता का दौर भी समाप्त हो गया है. अब तक 11 दौर की बातचीत हुई, सरकार की ओर से कई प्रस्ताव दिए गए, मगर किसान सिर्फ अपनी जिद पर अड़े रहे, जिस वजह से इन बैठकों का कोई नतीजा नहीं निकल सका. इन कानूनों को रद्द किए जाने की मांग के साथ अब किसान 26 जनवरी को राजपथ पर ट्रैक्टर रैली करने की जिद पर अड़े हैं.
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में परेड करने के मद्देनजर एक रिसोर्ट में हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के साथ किसानों की बैठक. बैठक में किसान संगठनों ने दिल्ली के भीतर परेड करने की मांग दोहराई.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कृषि कानूनों के विरोध में राजभवन तक मार्च करने से रोकने पर किसानों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई है.
#WATCH Uttarakhand: A scuffle breaks out between farmers and Police as the latter try to stop them from marching to Raj Bhavan in Dehradun, in protest against #FarmLaws. Visuals from Haridwar - Dehradun Road in Lachhiwala. pic.twitter.com/DSN7iEP4kz
— ANI (@ANI) January 23, 2021
मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल में किसानों के समर्थन में मार्च कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया है.
#WATCH Madhya Pradesh: Police use water cannons to disperse Congress workers who were taking out a march from Jawahar Chowk to Raj Bhavan in Bhopal, in the support of farmers. pic.twitter.com/7Jz6s5tdpv
— ANI (@ANI) January 23, 2021
गणतंत्र दिवस पर किसानों के प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड को लेकर दिल्ली पुलिस के साथ किसान संगठनों की आज एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है, जिसमें इस परेड के लिए रोड मैप तय कर लिया जाएगा.
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के बीच एक और जान चली गई है. आंदोलन में शामिल एक किसान मजदूर ठंड की वजह से मौत हो गई है.
नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने आंदोलन की सुरक्षा के लिए खुद तैयारियां करनी शुरू कर दी है. जिला बॉर्डर पर किसानों ने सुबह दो ऐसे रास्तों को खुद ही बांस बल्ली लगाकर बंद करना शुरू कर दिया, जिन से कुछ लोग आंदोलन की तरफ पहुंच पा रहे थे. किसानों का कहना है कि नोएडा में लगातार दो दिन बम मिलने की झूठी सूचना मिली, लेकिन इससे एक बात तो तय है कि शरारती तत्व एक्टिव हो गए हैं और ऐसे में हमारे आंदोलन में कोई शरारती तत्व ना पहुंच पाए, इसलिए हम इस रास्ते को बंद कर रहे हैं.
किसान आज 26 दिसंबर की ट्रैक्टर परेड के लिए 'फुल ड्रेस रिहर्सल' करेंगे. किसानों ने बॉर्डर पर अब भैंसा बुग्गी भी मंगवाने शुरू किए हैं.
26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है, जिस पर किसानों और पुलिस के बीच भी गतिरोध बना हुआ है.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि किसान आंदोलन के दौरान जितने भी किसानों ने दम तोड़ा है, उन सभी के एक-एक परिजन को पंजाब सरकार नौकरी देगी.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान नेताओं पर बातचीत के सिद्धांतों का पालन न करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब किसी मुद्दे पर दो पक्षों में बातचीत चल रही हो, तब नए-नए तरह के आंदोलनों के ऐलान से बचना चाहिए. दबाव बनाने के लिए नए आंदोलनों की घोषणा से बातचीत का माहौल प्रभावित होता है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
-
Arti Singh Wedding: आरती की शादी में पहुंचे गोविंदा, मामा के आने पर भावुक हुए कृष्णा अभिषेक, कही ये बातें
धर्म-कर्म
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी
-
Ganga Saptami 2024 Date: कब मनाई जाएगी गंगा सप्तमी? जानें शुभ मूहूर्त, महत्व और मंत्र
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव