किसान आंदोलन (Photo Credit: Kisan Andolan)
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों का आंदोलन 76वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर हजारों की तादात में किसान धरने पर बैठे हुए हैं. दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों का प्रदर्शन जारी है, लेकिन पहले के मुक़ाबले गाज़ीपुर पर किसानों की संख्या में काफी कमी देखने को मिल रही है. किसान यहां से अब धीरे धीरे पलायन कर रहे हैं. इसे प्रधानमंत्री के भाषण से भी जोड़कर देखा जा रहा है. लेकिन धरने पर बैठे किसानों कहना है कि यहां से कुछ किसान अपने अपने खेतों में गन्ने की कटाई के लिए गए हैं. प्रधानमंत्री के आग्रह का इन किसानों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. बाकी वजह जो भी हो, लेकिन अब लग रहा है या प्रदर्शन धीरे धीरे कमज़ोर होता जा रहा है.
मैं देख रहा था कि कांग्रेस के साथियों ने जो चर्चा की, वो इस कानून के रंग पर तो बहुत चर्चा कर रहे थे. अच्छा होता कि उसके कंटेट और इंटेट पर चर्चा करते. ताकि देश के किसानों तक सही चीजें पहुंचती- प्रधानमंत्री
कृषि क्षेत्र को कठिन चुनौतियों से बाहर लाने के लिए हमें प्रयास करना होगा ही. इसके लिए हमने ईमानदारी से प्रयास किया है- प्रधानमंत्री
लोकसभा में किसानों के मसले पर प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्ष का हंगामा.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सदन की चर्चा में एक भी सांसद नहीं बता पाया कि कृषि कानूनों से किसानों को नुकसान कैसे होगा. किसानों से अनुरोध है कि इनकी बातों से भ्रमित न हों. किसानों को समझने की जरूरत है कि जब कहा गया था कि उनका मंच राजनीतिक दलों के लिए नहीं है तो यह बदलाव कैसे आया.
प्रियंका गांधी चिलकाना किसान पंचायत में पहुंचीं. राजीव शुक्ला पीएल पुनिया बेगम नूर बानो आचार्य प्रमोद कृष्णन सहित दर्जनों नेता पंचायत में मौजूद हैं.
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सहारनपुर में शाकुंभरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की.
Saharanpur: Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra offered prayers at Shakumbhari Devi Temple today. pic.twitter.com/AWKVJ72cX2
— ANI UP (@ANINewsUP) February 10, 2021
यूपी दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन लगातार जारी है. किसान नेता राकेश टिकैत ने खास बातचीत में कहा कि आंदोलन लगातार जारी रहेगा, जब तक बातचीत नहीं होगी. संयुक्त मोर्चा की आज बैठक होने वाली है, पूछे गए सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि देखते हैं, बैठक में क्या निर्णय निकलेगा. हो सकता है आंदोलन की अगली रणनीति बनाई जाए.
किसानों की संख्या कम होने की खबरो के बीच महिलाओं के जत्थे भी सिंघु पर पहुंचने लगे हैं. इन महिलाओं का कहना है की लोगों की संख्या घटने की खबरों को देखने के बाद पहुंची हैं और जब तक आंदोलन जारी रहेगा, तब तक वो अब यही रहेंगी.
राजस्थान विधानसभा में किसान आंदोलन की गूंज सुनाई दे रही है. विधायक बलवान पूनिया ने वेल में पहुंच हंगामा किया. कम्युनिस्ट बलवान पूनिया ने कृषि कानून वापस लेने की मांग की.
सहारनपुर में प्रियंका गांधी की चुनावी महापंचायत से पहले जिले में धारा-144 लगाई गई है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज उत्तर प्रदेश में तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ अलख जगाने के लिए 'किसान सभाओं' की श्रृंखला आयोजित करेंगी. प्रियंका आज सहारनपुर में पहली बैठक करेंगी. फिर वह 13 फरवरी को मेरठ और बिजनौर में इसी तरह की 'किसान सभाओं' को संबोधित करेंगी.