कमजोर पड़ रहा किसान आंदोलन, धार देने के लिए कल रेल रोको अभियान (Photo Credit: फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 84वें दिन में प्रवेश कर गया है. इन कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं. हालांकि अब किसान आंदोलन धीरे धीरे कमजोर होता नजर आ रहा है. बॉर्डर पर किसानों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है. हालांकि कुछ बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान लंबे आंदोलन की तैयारियों में जुटे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को किसान देशभर में रेलवे का चक्का जाम करेंगे.
किसान आंदोलन को लेकर एक अहम बैठक अमित शाह और जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई, उसके बाद पार्टी ने एक एक रोडमैप तैयार किया है.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि किसान आंदोलन से बीजेपी को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों पर जो भ्रम विपक्ष ने फैलाया है, उसको दूर करने के लिए बीजेपी ने एक आक्रामक रणनीति बनाई है. जहां जहां के किसान नाराज हैं, बीजेपी उन इलाकों में जाएगी. खापों से मिलेगी उनको बताएगी की ये बिल इनके हित में है.
किसान आंदोलन के बीच पश्चिमी यूपी बीजेपी के नेताओं के साथ केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्यान बैठक कर रहे हैं.
पुडुचेरी में मछुआरों से बातचीत करते राहुल गांधी ने कहा, 'केंद्र सरकार ने किसानों के खिलाफ 3 कृषि बिल पास किए हैं जिससे किसान काफी परेशान हो रहे हैं. सभी जानते हैं कि किसान देश की रीढ़ हैं. अब आप सोच रहे होंगे मैं आपसे ये बाते क्यों कर रहा हूं? क्योंकि मैं आपको समुद्र का किसान मानता हूं.'
Govt passed 3 Bills against farmers, the backbone of a nation. You must be wondering why am I talking about farmers at meeting of fishermen. I consider you as farmers of sea. If farmers of land can have ministry in Delhi, why is that farmers of sea don't have the same: R Gandhi https://t.co/S8mPZUgsCF pic.twitter.com/yWWfhOjTS1
— ANI (@ANI) February 17, 2021
26 जनवरी के हंगामे के कुछ नए वीडियो सामने आये हैं, जिनमें हमलवार पुलिस पर हमला करते दिख रहे हैं. जिनकी क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की टीमें तलाश कर रही हैं.
दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि किसान आंदोलन से देश का किसान जुड़ा है. सरकार जिस तरह से जिद्द पर अड़ी है. इसे लेकर पूरे देश के किसान चिंतित और दुखी हैं कि इतने लंबे आंदोलन के बाद भी सरकार उनकी बात को सुनने को तैयार नहीं है. सरकार जिद्द पर आती है, तो आंदोलन पूरे देश में फैलेगा.
कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच पंजाब निकाय चुनाव के नतीजों में कांग्रेस जबरदस्त जीत की ओर बढ़ती दिख रही है, जबकि बीजेपी और अकाली दल का प्रदर्शन काफी खराब दिख रहा है.
गाजीपुर बॉर्डर पर अब किसान रोस्टर के हिसाब से आंदोलन में पहुंच रहे हैं. किसानों ने बताया कि हमारे नेताओं ने गाज़ीपुर मंच से ऐलान किया था किसान जाते रहो और काम निबटाकर आते रहो, इसलिए अभी गन्ना कट रहा है, मिल में गन्ना डाला जा रहा है, इसलिए लोग जा रहे हैं और आ रहे हैं.
यूपी दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन लगातार जारी है. 18 फरवरी यानी कल किसान पूरे देश में रेल रोको आंदोलन करेंगे. उसको लेकर किसान अभी से विचार-विमर्श कर रहे हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि चुनाव से पहले बंगाल में भी किसानों से मिलने जाएंगे. इसके साथ ही NHAI को राकेश टिकैत ने चेतावनी दी है कि हमारे मसले से दूर रहे नहीं तो सभी टोल को पूरी तरह से फ्री करा दिया जाएगा.
सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षाबल की तैनाती जारी है.
सिंघु बॉर्डर पर तैनात एक पुलिस अधिकारी पर किसान आंदोलन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने जानलेवा हमला किया है. समयपुर बादली के एसएचओ के ऊपर यह जानलेवा हमला हुआ है, जिसमें उनको गंभीर चोटें आई हैं.
लाल किला हिंसा मामले में मोस्ट वांटेड व्यक्ति मनिंदर सिंह को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज पीतम पुरा के पास से गिरफ्तार कर लिया है.
A most wanted person in Red Fort violence case, Maninder Singh, arrested by Delhi Police Special Cell near Pitam Pura yesterday. Two swords recovered from his house in Swaroop Nagar. Further interrogation of the accused is underway: Delhi Police
— ANI (@ANI) February 17, 2021
दिल्ली के गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को आज 84वां दिन है. किसानों को संख्या में कमी के साथ साथ उनके हौसले भी पस्त पड़ते जा रहे हैं. हालांकि कुछ किसानों का कहना है कि जब तक बिल वापसी नहीं, तब तक घर वापसी नहीं. लेकिन अंदर खाने किसान अब परेशान हो चुके हैं तो वहीं सरकार लगातार प्रचार कर रही है कि बिल में कोई खामी नहीं है, जो बात अन्य किसान समझ भी रहे हैं.