किसानों और सरकार के बीच वार्ता खत्म, 19 जनवरी को होगी अगली बैठक
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों का आंदोलन 51वें दिन में प्रवेश कर गया है. किसान इन तीनों कानूनों को रद्द किए जाने की मांग पर अड़े हैं तो सरकार भी इन्हें वापस लेने के पक्ष में नहीं है.
नई दिल्ली:
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों का आंदोलन 51वें दिन में प्रवेश कर गया है. किसान इन तीनों कानूनों को रद्द किए जाने की मांग पर अड़े हैं तो सरकार भी इन्हें वापस लेने के पक्ष में नहीं है. हालांकि सरकार इन कानूनों में संशोधन करने को तैयार है, मगर किसान इससे सहमत नहीं हैं. ऐसे में सरकार और किसानों के बीच डैड लॉक की स्थिति बनी हुई है. इस मसले को सुलझाने के लिए अब तक 9 दौर की बातचीत हो चुकी है, जिसमें कोई नतीजा नहीं निकल सका है. ऐसे में आज एक बार फिर से सरकार और किसानों के बीच वार्ता होने वाली है.
किसान नेता राकेश टिकेत ने कहा कि बैठक में किसान संगठनों ने सरकर से कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी स्वीकार नहीं है. किसान संगठनों एवं सरकार ने तय किया है कि बातचीत जारी रहेगी और बातचीत से ही इसका हल निकालेंगे. किसान संगठनों का कहना है कि लंच के बाद एमएसपी और तीनों कृषि क़ानूनों पर चर्चा करेंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि ये तीन कानून किसान को खत्म करने के कानून हैं. इस देश को आज़ादी अंबानी-अडानी ने नहीं, किसान ने दी है. आज़ादी को बरकरार हिन्दुस्तान के किसान ने रखा है, जिस दिन देश की खाद्य सुरक्षा चली जाएगी उस दिन देश की आज़ादी चली जाएगी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों से मिले.
Delhi: Congress leaders Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra meet party MPs who are protesting against the three farm laws at Jantar Mantar pic.twitter.com/LOXu0HzzQM
— ANI (@ANI) January 15, 2021
सरकार के साथ वार्ता के दौरान किसान नेताओं ने पंजाब में ट्रांसपोटर्स के यहां एनआईए की छापेमारी का विरोध किया है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी ऐसी कोई मंशा नहीं है. किसानों ने हरियाणा में भी दर्ज मुकदमे वापस किए जाने की मांग की है.
कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उपराज्यपाल के आवास का घेराव करने के लिए राज निवास की ओर जा रहे हैं.
Delhi: Congress leaders Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra along with party workers head towards Raj Niwas, Civil Lines for gherao in protest against the three #farmlaws pic.twitter.com/0ch7v4Qkgg
— ANI (@ANI) January 15, 2021
लखनऊ में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कांग्रेस कई नेता और कार्यकर्ता लिए गए हिरासत में लिए गए हैं. किसान कानून के विरोध में कांग्रेस आज किसान अधिकार दिवस के रूप में किसानों के अधिकार के लिए विधानसभा घेराव करने जा रही थी.
विज्ञान भवन में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच 10वें दौर की बैठक जारी है. बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश मौजूद हैं.
दिल्ली: विज्ञान भवन में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच 9वें दौर की बैठक शुरू हुई। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश मौजूद हैं। #FarmLaws pic.twitter.com/pMv9a95gcv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2021
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने कड़ाके की सर्दी में अर्ध-नग्न होकर विरोध-प्रदर्शन किया.
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 51वें दिन भी जारी है। #farmersprotest pic.twitter.com/akXGgdqrm9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2021
कृषि कानूनों पर सरकार के साथ वार्ता के लिए किसान नेता विज्ञान भवन पहुंच गए हैं.
Delhi: Farmer leaders reach Vigyan Bhawan to hold ninth rounds of talks with the Central government over the new farm laws.
"Govt needs to devise a plan to scrap the three laws and give legal guarantee for MSP," says BKU Spokesperson Rakesh Tikait. pic.twitter.com/U5vBFzf1yB
— ANI (@ANI) January 15, 2021
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने वार्ता से पहले कहा कि कानून संसद लेकर आई है और ये वहीं खत्म होंगे. कानून वापस लेने पड़ेंगे और MSP पर कानून लाना पड़ेगा.
किसानों के मसले को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भारत सरकार उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करती है और उच्चतम न्यायालय की बनाई समिति जब सरकार को बुलाएगी तो हम अपना पक्ष समिति के सामने रखेंगे. आज वार्ता की तारीख़ तय थी, इसलिए किसानों के साथ हमारी वार्ता जारी है.
Government welcomes the Supreme Court order regarding the farmers' agitation. The government will put forth its views before the committee (appointed by the court). We are trying to resolve the issue through dialogue: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar pic.twitter.com/63hqsYCJCK
— ANI (@ANI) January 15, 2021
केंद्र सरकार के साथ 10वें दौर की वार्ता के लिए किसान नेता विज्ञान भवन के लिए रवाना हो गए हैं.
भूपेंद्र सिंह मान ने कहा कि कमेटी छोड़ने का फैसला उन्होंने एक किसान होने के नाते किया है. मान ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्होंने कमेटी छोड़ने में देरी की है. उन्होंने कहा कि पहले वह किसान हैं और उसी के बाद सब कुछ हैं.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले और कमेटी गठन के बाद किसानों और सरकार के बीच यह पहली बैठक है.
नौवें दौर की वार्ता से एक दिन पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार यूनियन के नेताओं के साथ खुले मन से बातचीत के लिए तैयार है. तोमर ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि किसानों के साथ इस दौर की वार्ता सकारात्मक रहेगी.
फिलहाल तीनों कानूनों पर रोक लगी है. बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने यह रोक लगाई थी और मसले के समाधान के लिए एक कमेटी बनाई थी. हालांकि कमेटी में शामिल भाकियू नेता भूपिंदर सिंह मान ने खुद को अलग कर लिया है.
दिल्ली की सीमाओं पर स्थित प्रदर्शन स्थल सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले देश के करीब 40 किसान संगठनों के नेताओं की अगुवाई में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है.
नये कृषि कानून के मसले पर गतिरोध दूर करने और किसानों का आंदोलन समाप्त करने को लेकर सरकार आज आंदोलनरत किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ 10वें दौर की वार्ता करेगी. किसानों के प्रतिनिधियों के साथ विज्ञान भवन में यह वार्ता दिन के दोपहर 12 बजे आरंभ होगी.
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