किसान आंदोलन के समर्थन में आज राजस्थान में निकाली गई ऊंट रैली (Photo Credit: News Nation)
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों का आंदोलन 82वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की सीमाओं पर भारी संख्या किसान धरने पर बैठे हैं. कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन में और धार देने के लिए शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे और आगे की रणनीति तय की, इस दौरान एक बैठक भी हुई. बैठक के बाद सभी किसान नेता मंच पर पहुंचे और किसानों को संबोधित किया. गाजीपुर बॉर्डर के मंच से राकेश टिकैत के अलावा, किसान नेता दर्शन पाल, युद्धवीर सिंह, और बलबीर सिंह राजेवाल के अलावा अन्य किसान नेता उपस्थित रहे. पुलवामा में शहीद हुए जवानों और अब तक किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को आज श्रद्धांजलि दी जाएगी.
पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर हमले में जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर लोगों ने कैंडल मार्च निकाला.
राहुल गांधी ने राजस्थान की जनता के साथ धोखा किया, उन्होंने चुनाव से पहले कहा था कि सत्ता में आने पर हम राजस्थान के किसानों का संपूर्ण कर्ज 10 दिन में माफ कर देंगे. लेकिन आज तक वो राजस्थान के किसान का कर्ज माफ नहीं कर पाए: कैलाश चौधरी, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री
किसान आंदोलन के समर्थन और कृषि बिल के विरोध में आज राजस्थान में ऊंट रैली निकाली गई.
असम के शिवसागर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी खेती को खत्म करने के लिए तीन कृषि कानून लाए हैं. हम यहां सरकार में आएंगे तो जो नफरत फैलाई जा रही है वो खत्म होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन के लिए तमिलनाडु के किसानों की सराहना की है. उन्होंने जल संसाधनों के समुचित इस्तेमाल के लिए भी किसानों की प्रशंसा की.
पुलवामा में हुए हमले में 40 जवान शहीद हुए थे. पुलवामा अटैक की आज दूसरी बरसी है. ऐसे में गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के मंच को भी भूतपूर्व सैनिकों को सौंपा गया है. मंच के संचालन से लेकर क्रमिक 24 घंटे के अनशन पर भी भूतपूर्व सैनिक बैठे हैं. पूर्व सैनिकों का कहना है कि किसान और जवान दोनों मिलकर यह आंदोलन लड़ रहे हैं. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए.
राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली पर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि कांग्रेस की सोच 1 फीसदी भी किसानों के हित में नहीं है. कांग्रेस ने कुछ किसानों के आंदोलन को हाईजैक कर लिया है. किसानों को समझना चाहिए कि ये किसान आंदोलन रह गया है या कांग्रेस आंदोलन.
कृषि कानूनों के खिलाफ टीकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात है.
Heavy security deployment continues at the Tikri border (Delhi-Haryana border) as farmers' protest against three agriculture laws enters the 81st day; latest visuals from near the protest site pic.twitter.com/gtozXTXWch
— ANI (@ANI) February 14, 2021
भारत में चले रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने वाली स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बेंगलुरु से एक क्लाइमेट एक्टिविस्ट को गिरफ्तार किया गया है.
लाल किला हिंसा के आरोपी लक्खा सिधाना पर पुलिस ने 1 लाख का इनाम घोषित किया है.