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अग्निपथ की आग बुझीः IAF की भर्ती के लिए 3 दिन में 56,960 युवाओं ने कराया रजिस्ट्रेशन 

भारतीय सेनाओं में अल्पकालीन भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के शुरू होने के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन होने बावजूद बड़ी संख्या में युवा इस योजना का लाभ उठाने के लिए सामने आ रहे हैं.

Updated on: 27 Jun 2022, 08:29 AM

highlights

  • 17 से 23 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को सेना में चार साल के लिए मिलेगा मौका
  • 25 प्रतिशत युवाओं को बाद में नियमित सेवा के लिए किया जाएगा शामिल 
  • योजना की घोषणा के बाद देश के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर हुई थी हिंसा

नई दिल्ली:

भारतीय सेनाओं में अल्पकालीन भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के शुरू होने के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन होने बावजूद बड़ी संख्या में युवा इस योजना का लाभ उठाने के लिए सामने आ रहे हैं. भारतीय वायु सेना (IAF) को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत रविवार तक मात्र तीन दिनों के भीतर 56,960 आवेदन प्राप्त हुए हैं. यह जानकारी  इंडियन एयर फोर्स ने ट्वीट कर दी है. गौरतलब है कि अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती के लिए शुक्रवार से रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू हुई थी.

 5 जुलाई को बंद हो जाएगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
भारतीय वायु सेना में अग्निपथ योजना के तहत रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 5 जुलाई को बंद हो जाएगी. जो युवा इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं, लेकिन अभी तक आवेदन नहीं कर पाएं है. वे https://agnipathvayu.cdac.in पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं. 

योजना की घोषणा के साथ बड़े पैमाने पर हुई थी हिंसक प्रदर्शन
14 जून को अग्निपथ योजना की शुरुआत करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को सेना में चार साल के कार्यकाल के लिए शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही यह भी कहा गया था कि इनमें से 25 प्रतिशत युवाओं को बाद में नियमित सेवा के लिए शामिल किया जाएगा. सरकार के इस ऐलान के साथ ही इस योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया, जो की दिनों तक चला.  इसके बाद सरकार ने इस योजना में बदलाव करते हुए 2022 के लिए अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 23 साल कर दी. इसके साथ ही युवाओं के गुस्से को ठंडा करने के लिए बाद में गृह मंत्रालय ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और रक्षा मंत्रालय ने अपने विभाग में रिटायर्ड अग्नि वीरों को 10 फीसदी आरक्षण देने की भी घोषणा की थी. इसके साथ ही  कई भाजपा शासित राज्यों ने भी अग्निवीरों को राज्य पुलिस बलों में शामिल करने में प्राथमिकता देने की बात कही थी.

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हिंसा में शामिल नहीं बन पाएंगे अग्निवीर
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना की शुरुआत के साथ ही देशभर में बड़े पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थी. इसके बाद सेना ने यह स्पष्ट कर दिया था कि नई भर्ती योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन और आगजनी करने वालों को सेना में शामिल नहीं किया जाएगा.