जम्मू एवं कश्मीर में गुरुवार को बंद के मद्देनजर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। अलगाववादियों ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की चौथी बरसी पर यहां बंद का आह्वान किया है। घाटी में बाजार, सार्वजनिक परिवहन के साधन और शिक्षण संस्थान बंद हैं और बहुत कम संख्या में निजी वाहनों को सड़कों पर देखा जा रहा है।
अलगाववादियों ने अफजल की फांसी के विरोध में घाटी में बंद का आह्वान किया है। अफजल उत्तर कश्मीर के डू आबगाह गांव का रहने वाला था। सुरक्षाबलों ने सोपोर कस्बे को सील कर दिया है।
अफजल को 13 दिसंबर, 2001 में संसद पर हुए हमले का दोषी ठहराया गया था और नौ फरवरी, 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी।
संसद हमले में सुरक्षाबलों के जवानों सहित नौ लोगों की जान गई थी, जबकि पांच हमलावर भी जवाबी कार्रवाई में मारे गए थे।
Source : IANS