logo-image

यूपी के बाद मिशन 2019 पर आगे बढ़ी बीजेपी, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बंगाल और अोडिशा पर बनेगी रणनीति

डेढ़ दशक के लंबे वनवास के बाद उत्तर प्रदेश में दो तिहाई बहुमत से वापसी कर चुकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब उन राज्यों पर ध्यान देने जा रही है जहां वह पारंपरिक रूप से कमजोर रही है लेकिन यहां मिली जीत 2019 में पार्टी की सत्ता में वापसी का मार्ग प्रशस्त करेगी।

Updated on: 15 Apr 2017, 09:38 AM

highlights

  • यूपी फतह के बाद पूर्वी भारत के राज्यों बंगाल और अोडिशा को फतह करने की रणनीति पर आगे बढ़ी बीजेपी
  • शनिवार से भुवनेश्वर में शुरू हो रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी और शाह के नेतृत्व में होगा मंथन

New Delhi:

डेढ़ दशक के लंबे वनवास के बाद उत्तर प्रदेश में दो तिहाई बहुमत से वापसी कर चुकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब उन राज्यों पर ध्यान देने जा रही है जहां वह पारंपरिक रूप से कमजोर रही है लेकिन यहां मिली जीत 2019 में पार्टी की सत्ता में वापसी का मार्ग प्रशस्त करेगी।

शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो रही है। ओडिशा में होने वाली इस बैठक में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। पश्चिम बंगाल समेत पूर्वी राज्यों में पार्टी को सत्ता में लाने की रणनीति बीजेपी के नैशनल प्रेसिडेंट अमित शाह के एजेंडे में है।

शाह के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में पूर्वी राज्यों में पार्टी को मजबूत किए जाने की अपील कर सकते हैं।

और पढें: योगी सरकार यूपी में बीपीएल परिवारों को मुफ्त देगी बिजली कनेक्शन, 24 घंटे बिजली के लिए हुआ 'पावर फॉर ऑल' समझौता

भुवनेश्वर आने के बाद अमित शाह ने सबसे पहले आंबेडकर जयंती के मौके पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी और बाद में पार्टी सहयोगियों के साथ उडिया नव वर्ष मनाया। बीजेपी ने शाह के स्वागत में मोटरसाइकिल रैली आयोजित की।

बीजेपी ने शाह को 74 फूलों की विजयी माला पहनाई जो 147 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा है। बीजेपी ने शनिवार को मोदी की आगवानी के लिए भी रोड शो की योजना बनाई है।

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा को गरीब लोगों को ध्यान में रखकर बनाई जाने वाली नीतियों की प्रयोगशाला करार दिया।

नवीन पटनायक की पार्टी में जारी आंतरिक गुटबाजी और कमजोर होती कांग्रेस ने बीजेपी को इस पूर्वी राज्य में आगे बढ़ने की ताकत दी है। इसके अलावा बंगाल उपचुनाव में पार्टी को 30 फीसदी मत मिले हैं, जबकि पिछले चुनाव में उसे महज 8 फीसदी मत मिले थे।

यही वजह रही कि पार्टी बंगाल में अपनी हार को भी जीत की तरह देख रही है। यूपी में प्रचंड जीत के बाद बीजेपी का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है और इस जीत ने बीजेपी के लिए मोदी की लोकप्रियता पर मुहर लगाई है।

और पढ़ें: पंजाब और गोवा चुनाव के बाद आप ने बदली रणनीति, अब मोदी के खिलाफ कुछ नहीं कहेंगे अरविंद केजरीवाल