तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बाद अब डीएमके सांसद ए राजा ने सनातन धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. डीएमके सांसद ए राजा ने सनातन धर्म को एचआईवी कहकर संबोधित किया है. इसे लेकर विवाद बढ़ रहा है. ए राजा यहीं नहीं रुके उन्होंने सनातन धर्म के मसले पर सीधे गृह मंत्री अमित शाह से बहस करने की चुनौती दे डाली. ए राजा ने बुधवार को इस पूरे विवाद पर कहा कि उदयनिधि ने जो भी बोला है, वह काफी कम है. उन्होंने सनातन को सिर्फ मलेरिया और डेंगू ही कहा है, लेकिन इसे परिभाषित करना है तो आप एचआईवी को देखिए. समाज में सनातन ऐसा ही काम करता है.
डीएमके सांसद ने इस दौरान पीएम मोदी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि पीएम को भी सनातन धर्म का पालन करना चाहिए. विदेशी दौरों पर नहीं जाना चाहिए. उन्होंने पीएम और अमित शाह को चुनौती दी कि वे मुझसे सनातन धर्म पर बहस कर लें. दिल्ली में एक करोड़ लोगों को बुलाएं, शंकराचार्य को बैठाया जाए.
ए राजा के बयान को लेकर भाजपा की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने लिखा कि उदयनिधि के बाद ए राजा सनातन धर्म को नीचा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं. ये देश की 80 फीसदी जनता पर निशाना साध रहे हैं, जो सनातन धर्म का पालन कर रही है. कांग्रेस की अगुवाई वाली INDIA गठबंधन की यही हकीकत है. ये सोचते हैं कि हिन्दुओं को नीचा दिखाकर चुनाव जीते जा सकते हैं.
किस तरह से शुरू हुआ ये विवाद
आपको बता दें कि ये विवाद उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद आरंभ हुआ था. बीते दिनों उदयनिधि ने एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में सनातन धर्म में सुधार नहीं बल्कि उसे खत्म करने की बात कही. उदयनिधि ने कहा, ये धर्म एक बीमारी की तरह है. जिस तरह से समाज में डेंगू और मलेरिया है. उदयनिधि के इस बयान के बाद देश में सनातन धर्म को लेकर विवाद बढ़ रहा है.
Source : News Nation Bureau