केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहां मंगलवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि देश से आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के साथ-साथ जम्मू एवं कश्मीर में स्थायी शांति और सुरक्षा स्थापित करने में अनुच्छेद 370 को खत्म करना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. यहां मानेसर में उन्नी कृष्णन स्टेडियम में नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड (एनएसजी) के 35वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें अब पूरा विश्वास है कि "देश अब पड़ोसी देश द्वारा लंबे समय से संचालित की जा रही आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने वाला है."
शाह ने कहा, "हम अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद अभेद्य कवच में सुरक्षित हैं. इस अनुच्छेद को खत्म करने की पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू एवं कश्मीर में शांति स्थापित करने और हमारे सुरक्षाकर्मियों को सक्षम बनाने के उद्देश्य से की है." अमित शाह ने कहा, "अब हमारा देश शांति और विकास के पथ पर आगे बढ़ सकता है." उन्होंने कहा कि इस कदम से आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति और सशक्त होगी. शाह ने विश्वास जताया कि जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने से राज्य में स्थायी शांति स्थापित होगी.
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संसद ने जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का निर्णय छह अगस्त को लिया था. शाह ने कहा, "जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना आतंकवाद खत्म करने की दिशा में एक कदम है. आतंकवाद किसी भी सभ्य देश के लिए अभिशाप है." मंत्री ने कहा कि आतंकवाद किसी भी आधुनिक समाज के विकास में बाधा है और "हमारा देश दुनिया का एकलौता ऐसा देश है जिसने इतने लंबे समय से आतंकवाद से लड़ाई लड़ी है." उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि केंद्र की जीरो टॉलरेंस नीति दृढ़ है. सुरक्षा बलों पर विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा, "अब मैं पूरी दुनिया को बताना चाहता हूं कि हमारे देश की आंतरिक सुरक्षा अब एनएसजी के सुरक्षित हाथों में है."
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