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CPI-M सात दशक बाद पहली बार धूम-धाम से मनाएगी स्वतंत्रता दिवस

यह बदलाव लगभग सात दशक से अधिक समय बाद आया है जब अविभाजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने नारा दिया था कि ये आजादी झूठी है.

Updated on: 09 Aug 2021, 10:45 AM

highlights

  • कभी अविभाजित कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा था यह आजादी झूठी है
  • आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर बदला दिल और लिया फैसला

कोलकाता:

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने इस वर्ष पहली बार स्वतंत्रता दिवस को भव्य तरीके से मनाने का फैसला किया है और 15 अगस्त को पार्टी के हर कार्यालय में तिरंगा फहराया जाएगा. यह बदलाव लगभग सात दशक से अधिक समय बाद आया है जब अविभाजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने नारा दिया था कि ये आजादी झूठी है. भाकपा में 1964 में विभाजन के बाद माकपा अस्तित्व में आयी थी. इसके साथ ही दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ कर दी गई है. इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने तिरंगे के सम्मान औऱ गरिमा को बरकरार रखने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

माकपा केंद्रीय समिति का निर्णय
माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने कहा, 'यह निर्णय लिया गया है कि 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पार्टी के सभी कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाएगा.' पार्टी की पश्चिम बंगाल प्रदेश समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी चक्रवर्ती ने हालांकि इस दावे को खारिज किया कि माकपा पहली बार स्वतंत्रता दिवस मना रही है और कहा कि पूर्व में अलग-अलग तरह से स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता रहा है. उन्होंने पीटीआई से कहा, 'हम आम तौर पर फासीवादी ताकतों, सांप्रदायिक ताकतों से देश के सामने आने वाले खतरों पर चर्चा करके स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं. इस बार स्वतंत्रता दिवस भव्य तरीके से मनाया जाएगा, क्योंकि 75वां या 100वां साल हर बार नहीं आते.'

गृह मंत्रालय ने दिए झंडे को लेकर दिशा-निर्देश
इस बीच गृह मंत्रालय ने 15 अगस्त समारोह से पहले केंद्र ने राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि लोग प्लास्टिक के राष्ट्रीय झंडे का उपयोग न करें क्योंकि इस तरह की सामग्री से बने तिरंगे का उचित निपटान सुनिश्चित करना एक व्यावहारिक समस्या है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र में कहा कि राष्ट्रीय ध्वज देश के लोगों की आशाओं, आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए हमेशा इसका सम्मान होना चाहिए. पत्र में कहा गया, 'राष्ट्रीय ध्वज के लिए सबके मन में स्नेह, सम्मान और वफादारी है. फिर भी राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन पर लागू होने वाले कानूनों और परंपराओं के संबंध में लोगों के साथ-साथ सरकार के संगठनों, एजेंसियों के बीच जागरूकता की एक स्पष्ट कमी देखी जाती है.'

दिल्ली में सुरक्षा कड़ी
इधर स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को विफल करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में गश्त बढ़ा दी है, विध्वंस रोधी जांच शुरू कर दी है और अंतर-राज्यीय सीमाओं पर अतिरिक्त चौकियां स्थापित की हैं. अधिकारियों ने बताया कि आतंकवाद रोधी उपायों के तहत सभी थाने पुलिस की मौजूदगी में वृद्धि, खतरा संभावित स्थानों पर गहन जांच, होटलों एवं अतिथि घरों की तलाशी, सिम कार्ड एवं सेकेंड हैंड कार विक्रेताओं और साइबर कैफे के मालिकों के बीच जागरूकता फैलाने, किरायेदारों और घरेलू सहायकों का सत्यापन करने का अभियान चला रहे हैं.