पीएनबी के बाद IDBI बैंक में 772 Cr रु का फर्जीवाड़ा, फर्जी दस्तावेजों पर दिए कई लोन

आईडीबीआई बैंक की आंध्र और तेलंगाना स्थित 5 शाखाओं से लगभग 772 करोड़ रु का बैंकिंग फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है।

आईडीबीआई बैंक की आंध्र और तेलंगाना स्थित 5 शाखाओं से लगभग 772 करोड़ रु का बैंकिंग फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है।

author-image
vineet kumar1
एडिट
New Update
पीएनबी के बाद IDBI बैंक में 772 Cr रु का फर्जीवाड़ा, फर्जी दस्तावेजों पर दिए कई लोन

आईडीबीआई बैंक

पंजाब नेशनल बैंक का लगभग 13 हजार करोड़ का घोटाला सामने आने के बाद लगातार बैंकिंग फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। अब इसी कड़ी में एक और घोटाला सामने आया है। आईडीबीआई बैंक की आंध्र और तेलंगाना स्थित 5 शाखाओं से लगभग 772 करोड़ रु का बैंकिंग फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है।

Advertisment

इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने एफआईआर दर्ज कर ली है। बैंक के अनुसार यह फर्जीवाड़ा 2009 से 2013 के बीच फिश फार्मिंग के नाम पर लिए गए लोन के जरिए किए गया है।

बैंक ने बताया कि यह सभी लोन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिए गए हैं। इन दस्तावेजों में उन तालाबों का जिक्र था जिनका वास्तव में कोई अस्तित्व नहीं है।

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: सर्च ऑपरेशन के दौरान राजौरी में सुरक्षा बलों ने 4 आतंकी मार गिराए

आपको बता दें कि इससे पहले 23 मार्च को सीबीआई ने आईडीबीआई बैंक के पूर्व जनरल मैनेजर बट्टू रामा राव और 30 अन्य लोगों के खिलाफ कथित रूप से बैंक से 445.32 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज की थी।

सीबीआई ने अपने एफआईआर में 2009-10, 2010-11 और 2011-12 के दौरान 21 एग्रीगेटर समूहों के 220 लोगों ने 192.98 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का जिक्र किया है।

सीबीआई के अनुसार इन लोगों ने बैंक के पूर्व जीएम बट्टू रामा राव के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यह कर्ज लिया। इतना ही नहीं उन्होंने कर्ज के लिए जमानत का मूल्य भी बढ़ा चढ़ा कर दिखाया है। जिसके बाद यह एनपीए बन गया।

और पढ़ें: विसलब्लोअर का दावा, सीए ने भारत में किया काम, जेडीयू भी थी क्लाइंट

Source : News Nation Bureau

loan Fraud IDBI Bank fish farming NPA
      
Advertisment