विधानसभा चुनावों में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद विपक्ष एक बार फिर एकजुट होता दिख रहा है।
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
जिसके बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) महासचिव सीताराम येचुरी ने भी गुरुवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की।
आगामी राष्ट्रपति चुनाव से पहले यह मुलाकात काफी अहम है। सूत्रों के मुताबिक येचुरी ने सोनिया से आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा की।
कई मौकों पर वाम दल, जेडीयू, आरजेडी, समाजवादी पार्टी, बीएसपी, टीएमसी और एनसीपी बीजेपी पर सांप्रदायिकता का आरोप लगाते हुए एकजुट होने की बात कह चुकी है।
और पढ़ें: सोनिया से मिले नीतीश, बीजेपी की लुक ईस्ट पॉलिसी के बाद ममता ने की पटनायक से मुलाकात
ऐसे में संसद में मुख्य विपक्षी और बीजेपी के बाद सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस की अध्यक्ष से दो-दो नेताओं की मुलाकात हुई है। यह मुलाकात 2019 में बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाने के प्रयासों की कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।
महागठबंधन का फॉर्मूला बिहार विधानसभा चुनावों में सफल रहा है और बीजेपी की करारी शिकस्त हुई थी।
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष ममता बनर्जी ने उड़ीशा की मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (बीजेडी) अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। बीजेपी उडीशा में पैर जमाने की कोशिश कर रही है।
ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी।
राष्ट्रपति चुनाव
इस साल जुलाई में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ज्यादातर राज्यों और केंद्र में बीजेपी की सरकार होने के कारण बीजेपी आसानी से किसी भी अपने चेहरे को राष्ट्रपति बना लेगी।
भारतीय जनता पार्टी लाल कृष्ण आडवाणी या मुरली मनोहर जोशी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बना सकती है। वहीं विपक्षी दलों ने भी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
आईपीएल 10 से जुड़ी हर बड़ी खबर के लिए यहां क्लिक करें
HIGHLIGHTS
- सीताराम येचुरी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से की मुलाकात
- नीतीश कुमार ने गुरुवार को सोनिया से मुलाकात की थी
- राष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ एकजुट होना चाहता है विपक्ष
Source : News Nation Bureau