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कांग्रेस-JDS की बढ़ी मुश्किलें, लिंगायतों के बाद कर्नाटक के मुस्लिम संगठनों ने डिप्टी CM की कुर्सी पर ठोका दावा

कर्नाटक में नई सरकार के गठन से पहले कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की मुश्किलें कम होती नहीं नजर आ रही हैं।

Updated on: 22 May 2018, 01:11 PM

highlights

  • कर्नाटक के मुस्लिम संगठनों ने मुस्लिम उम्मीदवार को राज्य का डिप्टी सीएम बनाए जाने की रखी मांग
  • इससे पहले लिंगायत समुदाय गठबंधन सरकार में उप-मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश कर चुका है

नई दिल्ली:

कर्नाटक में नई सरकार के गठन से पहले कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की मुश्किलें कम होती नहीं नजर आ रही हैं।

दोनों दलों के बीच स्पीकर की नियुक्ति और मंत्री पद के बंटवारे को लेकर सहमति बनने से पहले राज्य के मुस्लिम संगठनों के समूह ने गठबंधन सरकार में मुस्लिम को उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग रख दी है।

मुस्लिम संगठनों के समूह ने लगातार सात बार विधायक रहे कांग्रेस नेता रोशन बेग या किसी अन्य मुस्लिम उम्मीदवार को गठबंधन सरकार में उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है।

अभी तक कांग्रेस के कोटे से दलित नेता जी परमेश्वर को राज्य का उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात चल रही थी।

हालांकि दोनों दलों की तरफ से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।

एच डी कुमारस्वामी को बतौर मुख्यमंत्री 23 मई को शपथ लेना है। इससे पहले बेंगलुरू में दोनों दलों के विधायकों की संयुक्त बैठक हो रही है, जिसमें सरकार के गठन, फ्लोर टेस्ट, स्पीकर की नियुक्ति समेत सभी लंबित मुद्दों पर फैसला लिया जाना है।

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इससे पहले लिंगायत समूह उप-मुख्यमंत्री पद को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।

लिंगायत संगठन ऑल इंडिया वीरशैव महासभा ने एच डी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता और वीरशैव समुदाय से आने वाले शमनुरु शिवशंकरप्पा को उप-मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है।

साथ ही संगठन ने नई सरकार में शमनुरु शिवशंकरप्पा को गृह मंत्री और 5 अन्य लिंगायत नेताओं को कैबिनेट में मंत्री बनाने की मांग की है।

गौरतलब है कि कांग्रेस ने चुनाव के पहले दलित को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था लेकिन चुनावी नतीजों के बाद हुए गठबंधन में जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लेना पड़ा।

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