logo-image

CWC बैठक के बाद राजस्थान की रार निपटाने को हुई बैठक, निकलेगा हल...

राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच शनिवार देर रात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ बैठक की.

Updated on: 17 Oct 2021, 11:46 PM

highlights

  • राहुल गांधी और अशोक गहलोत में चली लंबी बैठक
  • राजस्थान में जल्द कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज
  •  

नई दिल्ली:

राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच शनिवार देर रात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक करीब सवा घंटे तक चली इस बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अजय माकन भी मौजूद थे. यह बैठक कांग्रेस कार्यसमिति की मीटिंग के बाद राहुल गांधी के आवास पर बुलाई गई थी. माना जा रहा है कि इस बैठक में संभावित कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चर्चा हुई है. राजस्थान में गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तनातनी से जुड़ा विवाद पिछले कई महीनों से चल रहा है. पायलट गुट की मांग रही है कि उन्हें मंत्रिमंडल विस्तार और बोर्डों-निगमों की नियुक्तियों में सम्मानजनक हिस्सेदारी दी जाए. 

मुंह खोलने से बच रहे हैं आला नेता
हालांकि इस बैठक के बारे में पूछे जाने पर माकन ने मीडिया से कहा, 'कुछ खास नहीं था. यह रूटीन बैठक थी.' इससे पहले राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर राज्य के ताजा हालात का फीडबैक दिया था. उधर अजय माकन ने जयपुर जाकर भी कैबिनेट विस्तार को लेकर पार्टी के सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ आमने-सामने की बैठक की थी, जिसके बाद ये उम्मीद की जा रही थी कि जल्द ही गहलोत मंत्रिमंडल में विस्तार करेंगे, लेकिन माकन ने कहा कि गहलोत की तबीयत खराब होने की वजह से कैबिनेट का विस्तार नहीं हो सका.

कलह से तंग आए राहुल गांधी!
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि देश के लोग चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी उनके हितों के लिए लड़ाई लड़े और आपस में नहीं लड़े. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने यह टिप्पणी की. राहुल गांधी ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि कौन किस पद पर है, बल्कि लोग चाहते हैं कि कांग्रेस एकजुट होकर लोकतंत्र एवं संविधान को बचाने, वंचित वर्गों के अधिकार की लड़ाई लड़े. गौरलतब है कि गहलोत आठ महीने के अंतराल पर दिल्ली दौरे पर आए हैं. ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर गहलोत अपनी बात रख रहे हैं. दरअसल पंजाब के बाद राजस्थान में भी कैबिनेट विस्तार की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं, जिसका पार्टी लंबे समय से इंतजार कर रही है.