Congress के बाद BJP जयपुर में 20 को करेगी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक
गौरतलब है कि इस साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश और अगले साल कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. अगले साल के अंत तक राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने हैं.
highlights
- कांग्रेस ने भविष्य के लिए 13 मई को आहूत किया चिंतन शिविर
- बीजेपी भी 20-21 मई को करने जा रही है राष्ट्रीय बैठक जयपुर में
- इस साल, अगले साल विस फिर 2024 लोकसभा चुनाव पर हैं नजरें
नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हाथों लगातार हार का सामना कर रही कांग्रेस (Congress) संगठनात्मक बदलाव और लोकसभा चुनाव 2024 और अगले साल कई राज्यों में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर 13 मई से उदयपुर में चिंतन शिविर आयोजित कर रही है. अब कांग्रेस के चिंतन शिविर के खत्म होने के कुछ दिनों बाद ही भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की 20-21 मई को जयपुर में बैठक होगी. भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार कोविड महामारी के बाद पहली बार आमने-सामने हो रही बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित करेंगे.
कांग्रेस के लिए छत्तीसगढ़-राजस्थान ही बचे हैं सरकार वाले
गौरतलब है कि कांग्रेस के लिए दो ही राज्य छत्तीसगढ़ और राजस्थान ऐसे बचे हैं, जहां उसकी सरकार है. इसके अलावा झारखंड, तमिलनाडु व महाराष्ट्र में वह गठबंधन सरकार का हिस्सा है. छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य की तुलना में राजस्थान एक मात्र बड़ा राज्य बचता है, जहां सरकार की नीतियों के आधार पर वह देश की जनता के सामने जा सकती है. ऐसे में हिंदू संवत्सर की शुरुआत, रामनवमी और फिर ईद के दिन राज्य में हुईप्रदायिक हिंसा और कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं. ऐसे में बीजेपी भी इन घटनाओं का राजनीतिक फायदा उठाने और कांग्रेस को घेरने के लिए सूबे में ही चिंतन शिविर आयोजित कर रही है.
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भविष्य के चुनावों पर हैं नजरें
गौरतलब है कि इस साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश और अगले साल कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. अगले साल के अंत तक राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. इनमें राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होना तय है. इसके साथ ही कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में भी खुद को भाजपा के खिलाफ प्रमुख प्रतिद्वंदी के रूप में पेश करना चाहती है. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी राजस्थान में अपना-अपना वोट-बैंक खिसकने से बचाने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं. चिंतन शिविर इसकी एक कड़ी मात्र है.
बीजेपी का यह है प्लान
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीजेपी की बैठक के पहले दिन सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ ही राज्यों के पार्टी अध्यक्ष, प्रभारी और संगठन महामंत्री मौजूद रहेंगे, जबकि दूसरे दिन संगठन महासचिवों के साथ अलग से बैठक होगी. बैठक में राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश प्रभारी एवं सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश महासचिव (संगठन) शामिल होंगे. दिन भर चलने वाली बैठक सुबह 10 बजे शुरू होगी और शाम को समाप्त होगी. राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद प्रदेश महासचिवों (संगठन) की बैठक भी जयपुर में 21 मई को होगी.
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बीजेपी ने राजस्थान के लिए मांगा एजेंडा
प्रदेश अध्यक्षों और राज्य महासचिवों (संगठन) को राज्य में की गई संगठनात्मक गतिविधियों की पूरी रिपोर्ट लाने को कहा गया है. पता चला है कि बैठक का एजेंडा जल्द ही प्रतिभागियों के साथ साझा किया जाएगा. बैठक की अध्यक्षता भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा करेंगे. सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान मौजूदा राजनीतिक स्थिति और संगठन के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारी भी शामिल है. पार्टी सूत्रों ने कहा, 'संगठन के कामकाज पर विस्तृत चर्चा की जाएगी, जिसमें राज्य इकाइयों का कामकाज शामिल है. आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के साथ भविष्य की संगठनात्मक योजनाओं पर भी चर्चा की जाएगी.'
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