असम में आज यानी शनिवार को को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) की सूची जारी की गई है. जिसमें से लगभग 19 लाख लोगों को सूची से बाहर निकाल दिया गया है. अंतिम सूची से 19,06,677 लोग निकाले गए हैं. असम के बाद अब दिल्ली और मुंबई में भी एनआरसी लागू करने की मांग की जा रही है.
बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी देश की राजधानी में भी एनआरसी लागू करने की मांग की है. मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में भी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर तैयार करने की जरूरत है क्योंकि स्थिति खतरनाक होती जा रही है. अवैध अप्रवासी जो यहां बस गए हैं, वे सबसे खतरनाक हैं, हम यहां भी एनआरसी को लागू करेंगे.
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वहीं मुंबई में शिवसेना ने एनआरसी लागू करने की मांग की है. शिवसेना के नेता अरविंद सावंत ने कहा है कि मुंबई में भी एनआरसी लागू करनी होगी. सावंत ने कहा कि हमने भी अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों का मुद्दा उठाया है. पहले असम में कामयाब होने के बाद मुंबई में भी एनआरसी को लागू करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि असम में एनआरसी के जरिए अब यह पता चलेगा कि वहां बाहर के कितने लोग रहते हैं.
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बता दें कि असम में एनआरसी की आखिरी लिस्ट शनिवार को ऑनलाइन जारी कर दी गई. एनआरसी में शामिल होने के लिए 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन दिया था. इनमें से 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है, जबकि 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया है.