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सोनिया गांधी (फाइल फोटो)
बीजेपी नेता स्मृति ईरानी के हाथों अमेठी का मजबूत किला गंवाने के बाद अब कांग्रेस को रायबरेली को बचाने की चिंता सताने लगी है. कांग्रेस को डर है कि अगले चुनाव में बीजेपी अमेठी की तरह रायबरेली का किला भी न हथिया ले. कांग्रेस नेता अब अपने इस गढ़ को मजबूत करने की कवायद में जुट गए हैं. बुधवार को सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रायबरेली के दौरे पर जा रहे हैं.
सोनिया और प्रियंका गांधी चार्टर्ड प्लेन से बुधवार को सुबह 10 बजे फुरसतगंज हवाई अड्डे पहुंचेंगी. 11 बजे से भुएमऊ गेस्ट हाउस में बैठक और पूर्वांचल में मिली हार की समीक्षा की जाएगी. पूर्वांचल के पार्टी जिलाध्यक्ष, हारे हुए प्रत्याशी, पूर्वांचल की सीटों के कोऑर्डिनेटर, प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर और पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश नेता समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे. दोपहर बाद एक बजे सभी नेता सोनिया गांधी और प्रियंका के साथ लंच करेंगे. इसके बाद भी बैठक जारी रहेगी.
सोनिया गांधी बुधवार शाम को 5 बजे रायबरेली के 3 हज़ार कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी. वे सभी को रायबरेली से जीत के लिए धन्यवाद देंगी. रायबरेली में जिन बूथ और ब्लॉक में पार्टी कमजोर रही, उन्हें भी चिन्हित किया जाएगा. रायबरेली के कार्यकर्ताओं के साथ भुएमऊ गेस्ट हाउस में ही सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी डिनर भी करेंगी.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में अमेठी में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा. बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 50 हजार से अधिक के अंतर से चुनाव में मात दे दी. बीजेपी के लिए यह लोकसभा चुनाव 2019 की सबसे बड़ी जीत मानी जा रही है, वहीं कांग्रेस के लिए अमेठी की हार सबसे बड़ी हार. 2014 के चुनाव में हार के बाद से स्मृति लगातार अमेठी का दौरा करती रहीं और वहां के लोगों का भरोसा जीतने में कामयाब रहीं. उसी का नतीजा रहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वहां से बुरी तरह हार गए.