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भारतीय सेना को बदनाम करने के लिए Pakistan चल रहा ये घटिया चाल

पाकिस्तानी सेना हिंसा का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.

Updated on: 30 Aug 2019, 07:22 AM

highlights

  • पाकिस्तानी सेना सोशल मीडिया का कर रही है गलत इस्तेमाल. 
  • भारतीय सेना की वर्दी में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बना रही है फेक वीडियो. 
  • इन वीडियो को सोशल मीडिया पर फैलाकर भारतीय सेना को कर रही बदनाम.

नई दिल्ली:

India-Pakistan Tension over Jammu Kashmir Issue: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से आर्टिकल 370 और 35-ए (Article 370 and Article 35-A Scrapped) को लेकर भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan Tension) में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. वहीं अब सोशल मीडिया (Social Media) पर पाकिस्तान (Pakistan) कुछ अलग ही राग अलापता दिख रहा है. जहां पाकिस्तानी एक तरफ कश्मीर (Kashmir) के लोगों पर अत्याचार की बात कर रहे हैं वहीं पाकिस्तान के अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी सेना कुछ ऐसा कर रही है जिससे भारतीय सेना का नाम खराब हो रहा. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी अधिकारी भारतीय सुरक्षा बलों की वर्दी पहनकर हिंसा कर रहे हैं.

पाकिस्तानी सेना हिंसा का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रही है ताकि भारतीय फौज को बदनाम कर सके. इन फर्जी वीडियो के सहारे पाकिस्तान लोगों की भावनाएं से खेलने का काम कर रहा है. वहीं पिछले कुछ दिनों में पाक आधारित सोशल मीडिया हैंडल से ऐसे कई ऐसे ही फेक वीडियो रिलीज किए जा चुके हैं.

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खुफिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान ऐसे फर्जी वीडियो को बनाने के लिए पीओके यानी कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के क्षेत्र का इस्तेमाल कर रहा है. वहीं इन वीडियो को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर शेयर करके ये दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो भारत अधिकृत कश्मीर से आ रहे हैं.

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी अधिकारी ऐसे वीडियोज को शेयर करने के लिए हर तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. WhatsApp और फेसबुक मैसेंजर पर  भी ऐसे वीडियो काफी मात्रा में शेयर किए जा रहे हैं ताकी भारतीय सेना के नाम पर धब्बा लग सके. अब यदि जम्मू-कश्मीर में अगर इंटरनेट सेवाएं बहाल की जाती हैं तो जरा सोचिए कि ऐसे अफवाहों का घाटी के माहौल पर कितना बुरा असर पड़ेगा और जहां माहौल अभी तक शांतिपूर्ण हैं वो तनाव में बदल सकता है.

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बुधवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि घाटी में इंटरनेट का इस्तेमाल पाकिस्तानी और आतंकवादी ज्यादा कर रहे हैं, भारतीय कम. ऐसे में जब तक स्थितियां सामान्य नहीं हो जातीं, कुछ जगहों पर इंटरनेट और फोन सेवाएं बाधित रहेंगी.

बता दें कि मोदी सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35-ए को खत्म कर दिया जिसके साथ ही जम्मू कश्मीर को दो टुकड़ों में बांट दिया गया. अब जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग कर दोनों ही राज्यों को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया गया है.